उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा के विदेशी फंडिंग का खुलासा
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की संदिग्ध विदेशी फंडिंग का खुलासा किया है। पिछले तीन वर्षों में 500 करोड़ रुपये की फंडिंग में से 200 करोड़ की पुष्टि हो चुकी है। यह धन नेपाल के रास्ते भेजा गया और कथित तौर पर धर्मांतरण के लिए उपयोग किया गया। एटीएस ने छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी को रिमांड पर लिया है और गिरोह के नेटवर्क की जांच कर रही है। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है।
Jul 11, 2025, 12:57 IST
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छांगुर बाबा की संदिग्ध फंडिंग
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि जलालुद्दीन, जिसे छांगुर बाबा के नाम से जाना जाता है, को पिछले तीन वर्षों में लगभग 500 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग प्राप्त हुई है। इनमें से 200 करोड़ रुपये की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 300 करोड़ रुपये अवैध हवाला के माध्यम से नेपाल के रास्ते भेजे गए। एटीएस के अनुसार, नेपाल के सीमावर्ती जिलों जैसे काठमांडू, नवलपरासी, रूपनदेही और बांके में 100 से अधिक बैंक खाते खोले गए थे। यह धन कथित तौर पर भारत में धर्मांतरण के लिए उपयोग किया जा रहा था।
नेपाल के एजेंटों ने 4-5% कमीशन लेकर, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के मधपुर निवासी छांगुर को यह धन हस्तांतरित करने में मदद की। कई मामलों में, नकद जमा मशीनों (सीडीएम) के माध्यम से धन जमा किया गया। यह धनराशि बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर जैसे भारतीय जिलों में लाई गई, जहां स्थानीय मुद्रा विनिमयकर्ताओं ने नेपाली मुद्रा को भारतीय रुपये में परिवर्तित किया।
ADG कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि छांगुर बाबा का गिरोह लंबे समय से धर्मांतरण का कार्य कर रहा था। हनीट्रैप के माध्यम से दबाव बनाना, नाबालिगों को बहकाना और समाज में प्रभावशाली व्यक्तियों का उपयोग करना - इन सभी तरीकों का इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए किया जाता था। इसके लिए उन्हें बड़ी मात्रा में विदेशी धन भी प्राप्त होता था। इन्हें कानूनी प्रावधानों के तहत जब्त या ध्वस्त किया जाएगा। यह क्षेत्र नेपाल सीमा के निकट है, और नेपाल सीमा पर जनसांख्यिकी परिवर्तन के प्रयास लंबे समय से ज्ञात हैं। यह इसी बड़े प्रयास का एक हिस्सा हो सकता है।
इससे पहले ADG कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने कहा था कि उत्तर प्रदेश ATS ने छांगुर बाबा और उसकी मुख्य सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को 7 दिन की रिमांड पर लिया है। उनसे उनके गिरोह के नेटवर्क, पैसों के लेन-देन और उनकी अवैध संपत्तियों के बारे में पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा की अवैध संपत्तियों को जब्त करने और ध्वस्त करने की प्रक्रिया भी की जाएगी। पता चला है कि यह गिरोह पिछले 15 वर्षों से काम कर रहा है और धर्मांतरण करा रहा है। जिन लोगों के खिलाफ सबूत हैं, उन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में मोहम्मद अहमद का नाम भी शामिल है और ATS आगे की जांच कर रही है। ईडी ने ATS से इस मामले की FIR मांगी थी।
#WATCH | Lucknow, Uttar Pradesh: ADGP (Law and Order), Amitabh Yash says, "For a long time, Chhangur Baba's gang was doing religious conversions. Pressure through honey traps, influencing minors and using people who are influential in society - all of these were used for… pic.twitter.com/jcAk3TEFYA
— News Media (@NewsMedia) July 11, 2025