उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा के खिलाफ कार्रवाई जारी, धर्मांतरण रैकेट का खुलासा

छांगुर बाबा की संपत्तियों पर कार्रवाई
उत्तर प्रदेश प्रशासन ने छांगुर बाबा की संपत्तियों पर कार्रवाई को तीसरे दिन भी जारी रखा है। उन्हें एक धर्मांतरण गिरोह का प्रमुख माना जाता है और हाल ही में उत्तर प्रदेश एटीएस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस गिरफ्तारी पर महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने असामाजिक और राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
योगी का बयान और गिरोह का खुलासा
आजमगढ़ में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के दौरान योगी ने कहा कि बलरामपुर में एक अपराधी को पकड़ा गया है, जो हिंदू महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ करता था। उन्होंने स्पष्ट किया कि समाज को टूटने नहीं देंगे और राष्ट्र-विरोधी तत्वों को समाप्त करेंगे। छांगुर बाबा, जो पहले साइकिल पर अंगूठियाँ और ताबीज़ बेचते थे, अब 40 बैंक खातों में 106 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं, जो मुख्य रूप से मध्य पूर्व से आई है।
गिरफ्तारी और जांच की प्रक्रिया
छांगुर बाबा को उनकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन के साथ लखनऊ के एक होटल से गिरफ्तार किया गया था। अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश ने बताया कि आरोपी एक बड़ा नेटवर्क चला रहा था, जो विशेष धार्मिक पृष्ठभूमि की लड़कियों को निशाना बनाता था। पुलिस ने बताया कि गरीब और असहाय लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए मजबूर किया गया।
छांगुर बाबा का साम्राज्य
छांगुर बाबा का साम्राज्य बलरामपुर जिले के उत्तरौला क्षेत्र में फैला हुआ है। पहले वे साइकिल पर अंगूठियाँ बेचते थे और बाद में ग्राम प्रधान बने। जांच में पता चला है कि उनके 40 खातों में 106 करोड़ रुपये जमा हैं, जो मुख्य रूप से मध्य पूर्व के इस्लामी देशों से आए हैं। हाल ही में, सरकारी जांच में उनकी अवैध निर्माण की इमारत को गिरा दिया गया।