उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के आरोप में दो गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस ने अवैध धर्मांतरण के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू पर आरोप है कि उन्होंने हिंदू और गैर-मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों को इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए संगठित तरीके से काम किया। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए 50,000 रुपये का इनाम रखा था। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और अन्य संदिग्धों के बारे में।
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उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के आरोप में दो गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई

उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, जो अवैध धर्मांतरण के मामले में फरार था। यह जानकारी शनिवार को एक आधिकारिक बयान में साझा की गई।


पुलिस के अनुसार, लखनऊ के गोमतीनगर में एटीएस थाने में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत दर्ज मामले में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों पर 50,000 रुपये का इनाम रखा गया था।


बयान में बताया गया कि जलालुद्दीन के खिलाफ अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था, जिसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम की घोषणा की थी।


दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और रिमांड प्राप्त करने के बाद उन्हें लखनऊ जिला जेल भेज दिया गया।


आरोप है कि जलालुद्दीन और उसकी सहयोगियों ने हिंदू और गैर-मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों को इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए संगठित तरीके से काम किया।


बयान में यह भी कहा गया है कि आरोपियों ने गरीब, असहाय मजदूरों, विधवा महिलाओं को प्रलोभन देकर, आर्थिक सहायता देकर और शादी का झांसा देकर धर्म परिवर्तन कराया।


इसके अलावा, दो अन्य संदिग्ध - नवीन उर्फ जमालुद्दीन और महबूब (जो जलालुद्दीन का बेटा है) को 8 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। दोनों बलरामपुर के निवासी हैं और वर्तमान में लखनऊ जिला जेल में बंद हैं।