उत्तर प्रदेश में SIR प्रक्रिया: लव मैरिज करने वालों के लिए क्या है नियम?
SIR प्रक्रिया में उठ रहे सवाल
उत्तर प्रदेश में चल रही SIR प्रक्रिया के दौरान कई सवाल सामने आ रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो अपने परिवार से दूर रह रहे हैं, प्रेम संबंधों के चलते घर छोड़ चुके हैं या लव मैरिज कर नए स्थान पर बस गए हैं। इन सभी सवालों के जवाब बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) द्वारा दिए गए हैं।
क्या घर से भागे लोगों का SIR बनेगा?
BLO ने स्पष्ट किया है कि ऐसे व्यक्तियों का SIR तभी बनेगा जब वे अपने वर्तमान पते का प्रमाण, पहचान पत्र और मूल स्थान से संबंधित आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर सकें। उन्होंने कहा कि SIR फॉर्म में दी गई जानकारी का सत्यापन अनिवार्य है। यदि दस्तावेज अधूरे हैं, तो आवेदन वापस कर दिया जाएगा।
क्या पिता का नाम और दस्तावेज अनिवार्य हैं?
BLO ने बताया कि पिता का नाम परिवार की पहचान के लिए आवश्यक होता है, लेकिन यदि पिता के दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, तो आवेदक वैकल्पिक दस्तावेज प्रस्तुत कर सकता है। सही दस्तावेज मिलने पर SIR की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी।
मायके से संबंध तोड़ चुकी बेटियों का SIR कैसे बनेगा?
प्रेम संबंध में घर छोड़कर ससुराल में रहने वाली महिलाओं के लिए प्रक्रिया स्पष्ट है। BLO के अनुसार, ऐसे महिलाओं का SIR उनके वर्तमान पते, पति के दस्तावेज और पहचान पत्र के आधार पर बनाया जाएगा। यदि मायके के दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, तो विवाह प्रमाण और वर्तमान निवास के दस्तावेज पर्याप्त होंगे।
लव मैरिज कर घर छोड़ चुके दंपतियों का क्या?
लव मैरिज के बाद नए स्थान पर रहने वाले दंपतियों के लिए भी प्रक्रिया समान है। BLO ने बताया कि SIR हमेशा वर्तमान निवास पर आधारित होता है। ऐसे दंपतियों को पहचान पत्र, विवाह प्रमाण और नए पते से जुड़े दस्तावेज देने होंगे।
