उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद का हिजाब विवाद पर स्पष्टीकरण
मंत्री संजय निषाद का विवादास्पद बयान
उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम में एक महिला का हिजाब खींचने के मामले में उठे विवाद पर अपनी सफाई दी है। इस घटना के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने मंत्री से बिना शर्त माफी मांगने की अपील की है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि यदि मंत्री ने अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
समाजवादी पार्टी की शिकायत
इस बीच, समाजवादी पार्टी की एक नेता ने मंत्री निषाद और नीतीश कुमार के खिलाफ लखनऊ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। विवाद के बाद, मंत्री ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने कहा, "मेरी टिप्पणी को गलत समझा गया है और इसका असली अर्थ खो गया है।"
भाषाई विविधता का उल्लेख
मंत्री ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि वह गोरखपुर और भोजपुरी क्षेत्र से हैं, जहां बातचीत का तरीका भिन्न होता है। उन्होंने कहा, "भोजपुरी में यह सलाह देने का एक सामान्य तरीका है कि किसी मुद्दे को ज्यादा तूल न दिया जाए। मैंने हिंदी में भी इसी अंदाज में बात की थी।"
महिला के हिजाब को हटाने का संदर्भ
निषाद ने जोर देकर कहा कि उनकी टिप्पणियां हल्के-फुल्के अंदाज में की गई थीं और उनका किसी महिला या समुदाय के प्रति कोई गलत इरादा नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने महिला का हिजाब नहीं हटाया, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि सरकारी योजना का असली लाभार्थी मौजूद है।
समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता सुमैया राना ने कहा कि नीतीश कुमार का एक महिला का हिजाब खींचने का वीडियो देखकर महिलाओं में गहरी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि यदि उनके साथ ऐसा कुछ हुआ होता, तो वह चुप नहीं बैठतीं। सुमैया ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनकी शिकायत को टालने की कोशिश की गई।
पुलिस की जांच
कैसरबाग के सहायक पुलिस आयुक्त रत्नेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और उसके परिणाम के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां भाजपा की मानसिकता को दर्शाती हैं और उन्होंने बिना शर्त माफी की मांग की।
राजनीतिक विवाद का विस्तार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक सरकारी कार्यक्रम में एक मुस्लिम महिला के चेहरे से हिजाब हटाने के बाद यह राजनीतिक विवाद उत्पन्न हुआ। इसके बाद, संजय निषाद ने इस कृत्य का बचाव करते हुए अपनी टिप्पणियों से एक और विवाद खड़ा कर दिया।
