ईरान में यहूदियों की गिरफ्तारी: इजराइल के हमलों के बाद बढ़ी चिंता

ईरान में इजराइल के हमलों के बाद यहूदियों की गिरफ्तारी की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ईरान सरकार अपने भीतर गद्दारों की तलाश में है, जिसके चलते 700 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, धार्मिक नेताओं पर इजराइल से संबंध रखने का आरोप लगाया जा रहा है। जानें इस संकट की पूरी कहानी और ईरान में यहूदियों की स्थिति के बारे में।
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ईरान में यहूदियों की गिरफ्तारी: इजराइल के हमलों के बाद बढ़ी चिंता

ईरान की चिंता और गिरफ्तारी का सिलसिला

ईरान इस समय गंभीर संकट का सामना कर रहा है। इजराइल के हमलों में अपने प्रमुख नेताओं को खोने के बाद, ईरान अपने भीतर गद्दारों की तलाश में जुट गया है। इजराइल ने जिस प्रकार से ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को नाकाम किया, उससे ईरान को संदेह है कि इसके पीछे उसके अपने नागरिकों का हाथ हो सकता है। ईरान का शक मुख्य रूप से वहां रहने वाले यहूदी नागरिकों पर केंद्रित है। इजराइल के साथ संबंध रखने के संदेह में कई यहूदी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, और अब तक 700 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।


पूछताछ और गिरफ्तारी की बढ़ती संख्या

एक मानवाधिकार संगठन ने बताया कि ईरान-इजराइल के बीच 12 दिन तक चले संघर्ष के बाद, ईरान में 35 यहूदियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। यह घटना उस दिन हुई जब अमेरिका ने सीजफायर की घोषणा की थी। इसके बाद से यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिन यहूदियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है, उन्हें चेतावनी दी जा रही है कि वे विदेश में रहने वाले किसी भी व्यक्ति से संपर्क न करें।


अचानक छापे और गिरफ्तारी

ईरानी यहूदी समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि पूछताछ के लिए बुलाए गए लोगों की संख्या बहुत अधिक है। जो लोग पूछताछ के लिए नहीं पहुंच रहे हैं, उन्हें अचानक छापे मारकर पकड़ा जा रहा है। एक ईरानी महिला ने बताया कि एक रात ईरानी बल के सदस्य अचानक उनके घर में घुस आए और यहूदी परिवारों को हथियारों के बल पर ले गए। इनमें 6 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल थे।


धार्मिक नेताओं पर आरोप

एक मानवाधिकार समूह ने तेहरान और शिराज में धार्मिक नेताओं और रब्बियों पर बिना सबूत के इजराइल से संबंध रखने का आरोप लगाया है। ईरानी अधिकारियों ने कई यहूदी परिवारों को गिरफ्तार किया और उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए। हालांकि, बाद में महिलाओं को रिहा कर दिया गया।


ईरान में यहूदी आबादी

एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान में 8,000 से 10,000 यहूदी रहते हैं, जो इजराइल के बाद सबसे बड़ी यहूदी आबादी है। इजराइल के हमले के बाद, ईरानी यहूदियों ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें ईरान और सर्वोच्च नेता अली खामेनेई का समर्थन किया गया।


मौत की सजा का मामला

ईरान नियमित रूप से विदेशी खुफिया सेवाओं के लिए काम करने के संदेह में एजेंटों को गिरफ्तार करता है और फांसी देता है। मानवाधिकार समूहों के अनुसार, ईरान मौत की सजा देने में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है। इजराइल के हमले के बाद, तेहरान ने गिरफ्तार लोगों पर शीघ्र मुकदमा चलाने का वादा किया है।