ईरान पर इजराइल का हमला: युद्ध की आशंका बढ़ी

इजराइल ने ईरान की राजधानी पर हमला किया, जिससे युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इस हमले में ईरान के प्रमुख सैन्य अधिकारी की मौत हो गई। भारत ने इस स्थिति पर चिंता जताते हुए दोनों देशों से तनाव कम करने की अपील की है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की वजह और भारत की प्रतिक्रिया के बारे में।
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ईरान पर इजराइल का हमला: युद्ध की आशंका बढ़ी

ईरान पर इजराइल का हमला

शुक्रवार की सुबह, इजराइल ने ईरान की राजधानी पर हमला किया, जिसका लक्ष्य देश का परमाणु कार्यक्रम था। इस घटना के बाद, पश्चिम एशिया के दो प्रमुख प्रतिकूलों के बीच एक व्यापक युद्ध की संभावना बढ़ गई है। यह हमला 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद से ईरान पर सबसे बड़ा माना जा रहा है। इजराइल ने ईरान के प्रमुख परमाणु संवर्धन केंद्र को भी निशाना बनाया, जिसके बाद वहां से काले धुएं का गुबार उठता देखा गया। इस हमले में ईरान के अर्द्धसैनिक बल 'रिवोल्यूशनरी गार्ड' के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी की मृत्यु हो गई, जैसा कि देश के सरकारी टेलीविजन ने बताया। यह भी माना जा रहा है कि इस हमले में कई शीर्ष सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक भी मारे गए हैं। यह हमला ईरान के तेजी से विकसित होते परमाणु कार्यक्रम के कारण बढ़ते तनाव के बीच हुआ।


भारत की प्रतिक्रिया

भारत ने शुक्रवार को ईरान और इजराइल के बीच हालिया घटनाक्रमों पर गहरी चिंता व्यक्त की है और कहा है कि वह उभरते हालात पर बारीकी से नजर रख रहा है। नई दिल्ली ने दोनों देशों से तनाव बढ़ाने वाले किसी भी कदम से बचने की अपील की है।


विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि क्षेत्र में सभी भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने, सुरक्षित रहने और स्थानीय सुरक्षा परामर्श का पालन करने की सलाह दी गई है। ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह बयान जारी किया गया।


खबरों के अनुसार, इजराइल ने ईरान में कई स्थानों, जिनमें परमाणु संवर्धन केंद्र भी शामिल हैं, पर हमले किए हैं। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी इस बात की पुष्टि की है।


विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम ईरान और इजराइल के बीच हाल के घटनाक्रमों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं। हम परमाणु स्थलों पर हमलों से संबंधित खबरों के साथ ही उभरती स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।'


पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के संदर्भ में, भारत ने दोनों पक्षों से तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि 'तनाव कम करने के लिए कूटनीति और संवाद के मौजूदा माध्यमों का इस्तेमाल करना चाहिए।'


भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह दोनों देशों के साथ करीबी और मित्रवत संबंध रखता है और तनाव कम करने के लिए हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है।


बयान में यह भी कहा गया है कि 'हमारे मिशन दोनों देशों में भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं। क्षेत्र में सभी भारतीय नागरिकों को सतर्कता बरतने, सुरक्षित रहने और स्थानीय सुरक्षा परामर्शों का पालन करने की सलाह दी जाती है।'