ईरान ने अपनी मुद्रा रियाल से चार शून्य हटाने का प्रस्ताव रखा

शून्य हटाने का विचार
हाल ही में, ईरान ने मुद्रास्फीति और आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए रियाल से चार शून्य हटाने का प्रस्ताव दिया है। ईरान की संसद की आर्थिक आयोग ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। संसद और संवैधानिक परिषद की अंतिम स्वीकृति के बाद, यह उपाय लागू किया जाएगा। आर्थिक आयोग के प्रमुख शमसेद्दीन होसैनी ने बताया कि नई मुद्रा का नाम रियाल ही रहेगा, जिसमें एक यूनिट वर्तमान में 10,000 रियाल के बराबर होगी। उन्होंने यह भी कहा कि रियाल को 100 घेरान में विभाजित किया जाएगा।
शून्य हटाने का उद्देश्य
ईरान का यह कदम मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और लोगों को खरीदारी के समय लाखों और अरबों का जिक्र करने में होने वाली कठिनाई को कम करने के लिए है। इस योजना के तहत, 10,000 वर्तमान रियाल को 1 नए रियाल में परिवर्तित किया जाएगा, जिसे 100 क़िरान (या घेरान) में बांटा जाएगा। इसका उद्देश्य वित्तीय लेनदेन और लेखांकन को सरल बनाना है।
हालांकि, यह विचार कि इससे मुद्रा विनिमय आसान होगा, पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं है। पुनःमूल्यांकन का मुख्य उद्देश्य स्थानीय लेनदेन और बहीखाता को सरल बनाना है।
उदाहरण: 920,000 रियाल प्रति अमेरिकी डॉलर अब 92 नए रियाल प्रति डॉलर बन जाएगा। इससे विनिमय दर की गणना करना आसान हो सकता है।
ईरानी रियाल और इसकी स्थिति
2018 में ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु समझौते के टूटने के बाद, अमेरिका ने ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाए। इसी समय से ईरान की मुद्रा का अवमूल्यन बढ़ने लगा।
∙ 2015 में, 1 डॉलर के लिए 32,000 रियाल था।
∙ 2018 में, यह 1.35 लाख हो गया था, जबकि ईरान ने आधिकारिक मूल्य 42,000 निर्धारित किया था।
∙ इस वर्ष, यह मूल्य लगभग 10 लाख के करीब पहुंच गया है, जबकि आधिकारिक मूल्य में कोई बदलाव नहीं आया है।