ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर दुर्घटना और अजरबैजान का विवाद

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने अजरबैजान के साथ बढ़ते तनाव को फिर से उजागर किया है। ईरान ने आरोप लगाया है कि अजरबैजान ने इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद की मदद की। इस घटना के बाद, ईरान ने अजरबैजान से जांच की मांग की है। जानिए इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और इसके संभावित परिणाम क्या हो सकते हैं।
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ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर दुर्घटना और अजरबैजान का विवाद

ईरान के आरोप

ईरान के पड़ोसी देश अजरबैजान ने इजराइल के साथ 12 दिन की लड़ाई के बाद फिर से सुर्खियों में आ गया है, जो ईरानी राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी के हेलीकॉप्टर दुर्घटना से जुड़ा हुआ है। रईसी और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की मौत 19 मई 2024 को एक पहाड़ी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई। उनका हेलीकॉप्टर अजरबैजान की सीमा से लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ। अब यह दुर्घटना कैसे तेहरान के आरोपों से जुड़ रही है कि एक पड़ोसी देश ने मोसाद की साजिश में मदद की?


तेहरान के आरोप

ईरान के एक वरिष्ठ राजनयिक मेहदी सोभानी ने ईरान के साथ 12 दिन की लड़ाई के बारे में एक चौंकाने वाला आरोप लगाया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सोभानी ने कहा कि इजराइल को ईरान के पड़ोसी देशों से 'सहायता' मिली। उन्होंने कहा, "तेहरान को जानकारी मिली है कि इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष के दौरान कुछ इजरायली ड्रोन पड़ोसी देशों, विशेष रूप से अजरबैजान से ईरानी क्षेत्र में प्रवेश किए।" सोभानी, जो अर्मेनिया में ईरान के राजदूत हैं, ने 27 जून को यह चौंकाने वाला आरोप लगाया।


रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना का ध्यान केंद्रित होना

रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना फिर से चर्चा में है क्योंकि ईरान के आरोपों ने मोसाद के साथ एक 'पड़ोसी देश' के संबंधों को लेकर नए संदेह पैदा कर दिए हैं। ईरान और अजरबैजान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण, विशेष रूप से अजरबैजान के इजराइल के साथ करीबी संबंधों के कारण, यह मामला और भी जटिल हो गया है। ईरान ने अजरबैजान पर मोसाद की मदद करने का आरोप लगाया है।


अजरबैजान की प्रतिक्रिया

अजरबैजान के विदेश मंत्रालय ने मेहदी सोभानी के आरोपों का जवाब दिया है। मंत्रालय ने उनके बयान को निराधार और उत्तेजक बताया। उन्होंने कहा, "ऐसे आरोप निराधार हैं और इनमें कोई विश्वसनीय सबूत नहीं है। हम ईरान से अपेक्षा करते हैं कि वह ऐसे कदमों से बचे, जो हमारे संबंधों की भावना के अनुकूल नहीं हैं।"