ईरान-इजराइल संघर्ष: मिसाइलों की बौछार और खतरनाक हथियारों की मिस्ट्री

मिडिल ईस्ट में बढ़ता तनाव
मिडिल ईस्ट में तनाव अपने चरम पर पहुँच गया है। शुक्रवार को ईरान ने इजराइल के प्रमुख शहरों पर मिसाइलों की बौछार की। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने तुरंत देशभर में अलर्ट जारी किया और नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। पिछले हफ्ते इजराइल द्वारा ईरानी सैन्य ठिकानों पर हवाई हमलों के बाद शुरू हुए इस संघर्ष ने अब तक का सबसे बड़ा मिसाइल ऑपरेशन देखा है, जिसमें ईरान ने 400 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। यह घटना इतिहास में पहली बार हुई है। लेकिन सवाल यह है कि ईरान ने अब तक कौन से हथियारों का उपयोग किया है और उसके पास और कौन से हथियार बचे हैं?
ईरान की मिसाइल ताकत
ईरान ने इस संघर्ष में अपनी ताकत का खुलकर प्रदर्शन किया है। उसने गदर और इमाद जैसी पुरानी मिसाइलों के साथ-साथ खेबर शेकन मिसाइल का भी इस्तेमाल किया। खेबर शेकन एक मीडियम डिस्टेंस की सॉलिड फ्यूल वाली मिसाइल है, जो अपनी सुपर स्पीड के लिए जानी जाती है। हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा फत्ताह-1 हाइपरसोनिक मिसाइल की हो रही है, जो मैक 15 की रफ्तार से उड़ती है। इसे रोकना इजराइल के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। इन हमलों ने इजराइल के तेल अवीव, यरुशलम और बेयर शेवा जैसे शहरों में दहशत फैला दी है।
खोर्रमशहर मिसाइल की स्थिति
ईरान की खोर्रमशहर मिसाइल इस युद्ध के बाद से चर्चा का केंद्र बनी हुई है। यह लिक्विड फ्यूल वाली मिसाइल 2,000 किलोमीटर की दूरी तक 1,500 किलोग्राम वजन का वारहेड ले जा सकती है। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़े मीडिया ने पहले इसके लॉन्च का वीडियो साझा किया था, लेकिन ईरान ने इस युद्ध में खोर्रमशहर के इस्तेमाल का कोई आधिकारिक दावा नहीं किया है। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि ईरान इसे रणनीतिक रूप से बचाकर रख रहा है, शायद अमेरिका के हस्तक्षेप की स्थिति में।
ईरान के पास अन्य हथियार
ईरान का मिसाइल आर्मडिपो दुनिया के सबसे बड़े आर्मडिपो में से एक है। ईरान के पास 2,000 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें हैं, जिनमें से कई 900 किलोग्राम तक के वारहेड ले जा सकती हैं। सेजिल मिसाइल, जिसे हाल ही में इजराइल पर दागे जाने का दावा किया गया है, अपनी सटीकता और 2,000 किलोमीटर की रेंज के लिए जानी जाती है। इसके अलावा, फतेह-2 हाइपरसोनिक मिसाइल और अरश आत्मघाती ड्रोन जैसे हथियार अभी तक बड़े पैमाने पर ईरान ने इस्तेमाल नहीं किए हैं।
इजराइल का जवाब
इजराइल का आयरन डोम, डेविड स्लिंग और एरो डिफेंस सिस्टम ईरानी मिसाइलों को रोकने में जुटा है। लेकिन फत्ताह-1 और सेजिल जैसी एडवांस मिसाइलें इनके लिए चुनौती बन रही हैं। इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमले किए, जिससे ईरान को भारी नुकसान हुआ। सैटेलाइट तस्वीरों में तबरीज और करमानशाह के मिसाइल बेस खंडहर में तब्दील दिखे।
ईरान की मिसाइल रणनीति
ईरान की मिसाइल रणनीति युद्ध की दिशा तय कर रही है। उसके भंडार का आकार और स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट है कि वह दबाव बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। दूसरी ओर, अमेरिका ने इजराइल की मदद के लिए THAAD डिफेंस सिस्टम तैनात किया है, जिससे तनाव और बढ़ सकता है। ईरान-इजराइल के बीच मिसाइल जंग ने मिडिल-ईस्ट को बारूद के ढेर पर ला खड़ा किया है। ईरान की 400 से अधिक मिसाइलों ने इजराइल को हिलाकर रख दिया है, लेकिन खोर्रमशहर जैसे हथियारों की मिस्ट्री अभी बरकरार है।