ईडी ने पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल की 1000 करोड़ की चीनी मिलें जब्त की

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बसपा के पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल की 1000 करोड़ रुपये की तीन चीनी मिलों को जब्त किया है। जांच में पता चला है कि उन्होंने फर्जी कंपनियों के माध्यम से इन मिलों को खरीदा था। इसके अलावा, ईडी ने पहले भी उनकी 4000 करोड़ रुपये की ग्लोकल यूनिवर्सिटी को जब्त किया है। जानें मोहम्मद इकबाल के बारे में और कैसे उन्होंने खनन के कारोबार में सफलता पाई।
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ईडी ने पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल की 1000 करोड़ की चीनी मिलें जब्त की

लखनऊ में बड़ी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बसपा के पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए उनकी तीन चीनी मिलों को जब्त कर लिया है, जिनकी कुल कीमत 1000 करोड़ रुपये है। इनमें देवरिया की बैतालपुर और भटनी चीनी मिलें तथा जौनपुर की शाहगंज चीनी मिल शामिल हैं।


जांच के दौरान खुलासे

जांच में यह सामने आया है कि मोहम्मद इकबाल ने Mallow Infratech, Dynamic Sugars और Honeywell Sugars जैसी फर्जी कंपनियों के माध्यम से इन बंद चीनी मिलों को खरीदा। आरोप है कि इस खरीद को वैध दिखाने के लिए VK Health Solutions नामक कंपनी से लोन का सहारा लिया गया।


यह ध्यान देने योग्य है कि बसपा सरकार के दौरान 21 चीनी मिलों की बिक्री हुई थी, जिनमें से 7 मिलें मोहम्मद इकबाल ने खुद खरीदी थीं। ईडी इस मामले की गहन जांच कर रही है और अवैध संपत्तियों की पहचान कर रही है।


पिछली कार्रवाई

ईडी ने इससे पहले मोहम्मद इकबाल की 4000 करोड़ रुपये की लागत वाली ग्लोकल यूनिवर्सिटी को भी जब्त किया था। एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि जांच आगे भी जारी रहेगी और अन्य अवैध संपत्तियों को भी जब्त किया जा सकता है।


मोहम्मद इकबाल का परिचय

मोहम्मद इकबाल, जो हाजी इकबाल के नाम से भी जाने जाते हैं, यूपी के सहारनपुर के पूर्व बसपा एमएलसी हैं। मिर्जापुर के कुछ बुजुर्गों का कहना है कि एक समय में मोहम्मद इकबाल आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे थे। उन्होंने एक परचून की दुकान खोली, जो धीरे-धीरे चलने लगी। इसके साथ ही उन्होंने शहद बेचने का काम भी शुरू किया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। बाद में, उन्होंने राजनीति में कदम रखा और मायावती की सरकार में बसपा में शामिल हो गए।


साम्राज्य का निर्माण

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोहम्मद इकबाल का निवास एक ऐसे क्षेत्र में है जहां गर्मियों में सूखा और बारिश के मौसम में बाढ़ आती है। इस क्षेत्र में खनन का कारोबार प्रचलित है, और मोहम्मद इकबाल ने धीरे-धीरे इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। खनन के कारोबार में उनकी सफलता ने उन्हें बसपा सरकार के दौरान हजारों करोड़ का साम्राज्य खड़ा करने में मदद की।