ईडी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ 300 से अधिक बैंक पासबुक जब्त की

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में 300 से अधिक बैंक पासबुक जब्त की हैं। यह कार्रवाई 2015 से 2023 के बीच कक्षा निर्माण में हुई गड़बड़ियों से संबंधित है। आम आदमी पार्टी ने इसे राजनीतिक प्रेरणा से प्रेरित बताया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और ईडी की कार्रवाई के पीछे की कहानी।
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ईडी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ 300 से अधिक बैंक पासबुक जब्त की

ईडी की कार्रवाई और आम आदमी पार्टी का बयान

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि उसने मजदूरों के नाम पर खोले गए 300 से अधिक बैंक खातों से संबंधित पासबुक जब्त की हैं। इन खातों का उपयोग पिछली आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान कक्षा निर्माण घोटाले में प्राप्त धन की हेराफेरी के लिए किया गया था।


जांच एजेंसी ने इस मामले में 18 जून को दिल्ली में 37 स्थानों पर छापे मारे थे। आम आदमी पार्टी ने ईडी की इस कार्रवाई को जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास करार दिया और आरोप लगाया कि यह राजनीतिक प्रेरणा से प्रेरित है।


धन शोधन निवारण कानून के तहत मामला

ईडी का मामला धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया है, जो दिल्ली की भ्रष्टाचार विरोधी शाखा (एसीबी) द्वारा 30 अप्रैल को आम आदमी पार्टी के नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल के सदस्यों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी पर आधारित है।


मनीष सिसोदिया, जो कि 53 वर्ष के हैं, पिछली आम आदमी पार्टी सरकार में वित्त और शिक्षा मंत्री थे, जबकि 60 वर्षीय सत्येंद्र जैन लोक निर्माण विभाग के प्रभारी थे। ईडी ने एक ठेकेदार के परिसर से ठोस सबूत भी बरामद किए हैं।


जब्त सामग्री और वित्तीय अनियमितताएँ

ईडी के बयान के अनुसार, जब्त की गई सामग्रियों में दिल्ली सरकार से संबंधित मूल फाइलें और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के नाम और पदनाम वाले रबर स्टैम्प शामिल हैं।


एजेंसी ने 322 बैंक पासबुक भी जब्त की हैं, जो मजदूरों के नाम पर खोले गए खातों से संबंधित हैं और जिनका उपयोग अवैध धन के लेन-देन के लिए किया गया था। छापे के दौरान ठेकेदारों और मुखौटा संस्थाओं के जाली लेटरहेड भी बरामद किए गए, जिनका उपयोग नकली खरीद रिकॉर्ड बनाने के लिए किया गया।


कक्षा निर्माण में वित्तीय गड़बड़ी

ईडी ने बताया कि यह मामला 2015 से 2023 के बीच लोक निर्माण विभाग द्वारा 12,748 अतिरिक्त कक्षाओं के निर्माण में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय गड़बड़ी से संबंधित है।


एजेंसी ने कहा कि 2,405 कक्षाओं की प्रारंभिक आवश्यकता के बावजूद, परियोजना का दायरा मनमाने ढंग से बढ़ाकर 7,180 कक्षाएं कर दिया गया और बाद में बिना उचित मंजूरी के 12,748 कक्षाओं तक पहुंच गया।


आम आदमी पार्टी का बचाव

आम आदमी पार्टी ने 18 जून को कहा था कि ईडी की छापेमारी वास्तविकता से ध्यान भटकाने का एक प्रयास है। पार्टी ने आरोप लगाया कि ये आरोप निराधार हैं और भाजपा के जनविरोधी कार्यों से ध्यान हटाने के लिए किए गए हैं।


इस मामले में एसीबी ने सिसोदिया और जैन से पूछताछ की है। केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा मामले में खामियों को उजागर किए जाने के बाद एसीबी ने प्राथमिकी दर्ज की थी।


भाजपा नेताओं की शिकायत

कपिल मिश्रा, हरीश खुराना और नीलकांत बख्शी जैसे भाजपा नेताओं ने 2019 में दिल्ली के स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण में गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी।


एसीबी का आरोप है कि इस परियोजना पर कुल 2,892 करोड़ रुपये खर्च हुए, जिससे प्रति कक्षा लागत 24.86 लाख रुपये हो गई, जबकि मानक मानदंडों के तहत अनुमानित लागत केवल पांच लाख रुपये थी।