इसरो ने गगनयान कार्यक्रम के लिए सफल एयर ड्रॉप परीक्षण किया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गगनयान कार्यक्रम के तहत एकीकृत वायु ड्रॉप परीक्षण (IADT-01) को सफलतापूर्वक संपन्न किया। इस परीक्षण का उद्देश्य समुद्र में क्रू मॉड्यूल की सुरक्षित लैंडिंग के लिए आवश्यक पैराशूट-आधारित मंदन प्रणाली की पुष्टि करना था। इसरो ने बताया कि इस परीक्षण में विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने भी सहयोग किया। आगे इसी तरह के और परीक्षणों की योजना बनाई जा रही है।
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इसरो ने गगनयान कार्यक्रम के लिए सफल एयर ड्रॉप परीक्षण किया

गगनयान कार्यक्रम में महत्वपूर्ण उपलब्धि

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा के पास एकीकृत वायु ड्रॉप परीक्षण (IADT-01) को सफलतापूर्वक संपन्न किया। इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य समुद्र में क्रू मॉड्यूल की सुरक्षित लैंडिंग के लिए आवश्यक पैराशूट-आधारित मंदन प्रणाली की पुष्टि करना था।


इसरो की नई सफलता

इसरो ने रविवार को श्रीहरिकोटा में इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट (आईएडीटी-01) का सफल परीक्षण किया, जो गगनयान कार्यक्रम के लिए पैराशूट-आधारित मंदन प्रणाली की प्रणाली-स्तरीय योग्यता को दर्शाता है। इसरो ने बताया कि सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) में आयोजित इस परीक्षण में गगनयान मिशन के लिए क्रू मॉड्यूल की महत्वपूर्ण मंदन प्रणाली को सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया गया।


अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित

इसरो ने इस परीक्षण को 'पैराशूट-आधारित मंदन प्रणाली का प्रणाली-स्तरीय मूल्यांकन' के रूप में वर्णित किया, जिसमें एक कृत्रिम क्रू मॉड्यूल को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उतारा गया। इसरो ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'गगनयान मिशनों में क्रू मॉड्यूल के उतरने के अंतिम चरण में पैराशूट-आधारित मंदन प्रणाली का उपयोग किया जाता है ताकि समुद्र में सुरक्षित लैंडिंग के लिए 'टचडाउन' वेग को नियंत्रित किया जा सके।'


गगनयान की लैंडिंग प्रणाली का परीक्षण

परीक्षण में उपयोग की गई पैराशूट प्रणाली 'गगनयान मिशनों के समान' थी, जिसमें 10 पैराशूट शामिल थे - दो एपेक्स कवर सेपरेशन (एसीएस), दो ड्रोग, तीन पायलट और तीन मुख्य कैनोपी। इसरो ने कहा कि इस परीक्षण में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), भारतीय वायु सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल जैसी अन्य सरकारी एजेंसियों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। भविष्य में इसी तरह के और परीक्षण किए जाने की योजना है।