इंदौर में मालती जोशी की याद में साहित्यिक समारोह का आयोजन
इंदौर में हाल ही में आयोजित एक साहित्यिक समारोह में प्रसिद्ध कथाकार मालती जोशी को श्रद्धांजलि दी गई। इस आयोजन में उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ कई प्रमुख साहित्यकार और पत्रकार शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान मालती जी की स्मृतियों पर आधारित पुस्तक 'स्मृति कल्प' का लोकार्पण किया गया। इसके अलावा, नाट्य प्रस्तुतियों और कथाओं के पाठ ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस समारोह ने मालती जी के प्रति पाठकों के प्रेम को दर्शाया।
Jun 9, 2025, 12:50 IST
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साहित्यिक आयोजन का महत्व
इंदौर। हाल ही में इंदौर के जाल सभागृह में एक विशेष साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध कथाकार और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित मालती जोशी को श्रद्धांजलि दी गई। यह आयोजन उनके पुत्रों ऋषिकेश और सच्चिदानंद द्वारा आयोजित किया गया था। इस अवसर पर साहित्य, कला और समाज के कई प्रमुख व्यक्तित्व उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन 4 जून को किया गया, जो मालती जी का 91वां जन्मदिन था, और इंदौर शहर से उनका गहरा संबंध था। उल्लेखनीय है कि उनका निधन पिछले वर्ष 90 वर्ष की आयु में हुआ था।
कार्यक्रम की योजना
कार्यक्रम की रूपरेखा डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने तैयार की, जो इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव और एक प्रसिद्ध साहित्यकार हैं। इस आयोजन को जोशी परिवार और इंदौर के साहित्यकारों, रंगकर्मियों और मित्रों ने सफलतापूर्वक संपन्न किया।
प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति
दो दिवसीय कार्यक्रम मालती जी के साहित्य पर केंद्रित था। इसमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई महाजन, प्रसिद्ध पत्रकार और कवि प्रो. सरोज कुमार, वरिष्ठ कथाकार सूर्यकांत नागर, भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, साहित्यकार ज्योति जैन और पत्रकार निर्मला भुराड़िया शामिल हुए।
ट्रस्ट की स्थापना की घोषणा
कार्यक्रम का स्वागत और भूमिका बड़े पुत्र ऋषिकेश जोशी ने प्रस्तुत की, जिन्होंने मालती जी की स्मृति में एक ट्रस्ट की स्थापना की घोषणा भी की।
संस्मरण और पुस्तक का लोकार्पण
मालती जी के अनुज श्री चंद्रशेखर दिघे ने भी अपने संस्मरण साझा किए। इस अवसर पर 'स्मृति कल्प' नामक पुस्तक का लोकार्पण किया गया, जिसमें तीन प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने मालती जी की कथाओं का पाठ किया। मालती जी अपनी कहानियों का पाठ बिना देखे करने के लिए प्रसिद्ध थीं।
नाट्य प्रस्तुति
ख्यात रंगकर्मी श्रीराम जोग के निर्देशन में नाट्य भारती, इंदौर के कलाकारों ने मालती जी की दो कथाओं का मंचन किया, जो दर्शकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव था।
कथाओं का पाठ और मंचन
दूसरे दिन, सच्चिदानंद जोशी ने स्वागत वक्तव्य दिया और मालती जी के कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने कुछ अनसुने अनुभव भी साझा किए। तीन अन्य साहित्यकारों और कलाकारों ने भी मालती जी की कथाओं का 'कथाकथन' किया।
दर्शकों की भारी भीड़
लगभग तीन सौ की क्षमता वाले जाल सभागृह में दोनों दिन दर्शकों की भारी भीड़ रही, जो मालती जी के प्रति उनके पाठकों के प्रेम को दर्शाता है।
धन्यवाद और गायन
कार्यक्रम का समापन मालती जी की दोनों बहुओं मालविका और अर्चना ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया। कार्यक्रम का संचालन शांतनु जोशी ने किया, जबकि तन्वी जोशी ने मालती जी की कविताओं का गायन किया। दुष्यंत जोशी ने मालती जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया, जिसमें उनके सादगी भरे जीवन की झलक प्रस्तुत की गई।