इंदौर में प्लास्टिक प्रदूषण पर चर्चा: पर्यावरण विशेषज्ञों की चेतावनी

इंदौर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित एक विशेष परिचर्चा में पर्यावरण विशेषज्ञों ने प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों पर चर्चा की। पद्मश्री डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने बताया कि प्लास्टिक प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए जहर के समान है और इसे रोकने के लिए युवाओं को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। कार्यक्रम में कई शिक्षकों और अधिकारियों ने भाग लिया और प्लास्टिक मुक्त जीवन जीने का संकल्प लिया। जानें इस महत्वपूर्ण चर्चा के मुख्य बिंदु।
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इंदौर में प्लास्टिक प्रदूषण पर चर्चा: पर्यावरण विशेषज्ञों की चेतावनी

प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता

जिम्मी एंड जनक मगिलिगन फाउंडेशन द्वारा आयोजित सप्ताहिक पर्यावरण चर्चा के चौथे दिन, इंदौर के मालवांचल यूनिवर्सिटी में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 'प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने और पर्यावरण को सुधारने' पर एक विशेष परिचर्चा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में पर्यावरण विशेषज्ञों ने युवाओं को संबोधित किया।


पद्मश्री डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने कहा कि 1992 में ब्राजील के विश्व पर्यावरण सम्मेलन में पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक के खतरों के बारे में चेतावनी दी गई थी। उन्होंने कहा, 'हम सभी विश्व कल्याण और सभी प्राणियों में सद्भावना की बात करते हैं, लेकिन इस कल्याण को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी हमारी है। प्लास्टिक प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य के लिए जहर के समान है। माइक्रो प्लास्टिक अब हमारे खाद्य पदार्थों में शामिल हो रहे हैं।'


उन्होंने आगे कहा कि यह हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों का मुख्य कारण बन रहा है। जब तक हम प्लास्टिक का उपयोग बंद नहीं करेंगे, तब तक प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं पा सकते। आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ जल और वायु सुनिश्चित करने के लिए हमें प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने में सक्रिय भूमिका निभानी होगी। प्रो वाइस चांसलर डॉ. रामगुलाम राजदान ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए केवल एक दिन नहीं, बल्कि हर दिन प्रयास करने की आवश्यकता है। प्लास्टिक मुक्त जीवन अपनाकर ही हम प्रदूषण को समाप्त कर सकते हैं।


पर्यावरणविद प्रो. राजीव संगल ने कहा कि प्रकृति में एक सहयोग चक्र चलता है, जिसमें हर चीज एक-दूसरे का सहयोग करती है। मानवता की गैर-जिम्मेदारी के कारण पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। प्लास्टिक आज हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। यह प्रदूषण हमारी नदियों और जीवन को नष्ट कर रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे प्लास्टिक की पानी की बोतलों का उपयोग बंद करें, क्योंकि यह एक छोटी शुरुआत पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण हो सकती है। इस अवसर पर कई शिक्षकों और अधिकारियों ने भाग लिया। डॉ. रामगुलाम ने सभी का आभार व्यक्त किया और सभी ने संकल्प लिया कि वे प्लास्टिक पैक्ड पानी का सेवन नहीं करेंगे।