इंदौर में क्राइम ब्रांच थाने में चोरी की चौंकाने वाली घटना

इंदौर में थाने के भीतर चोरी की घटना
घरों में चोरी और डकैती की घटनाएं अक्सर सुनने को मिलती हैं, लेकिन जब यह घटना सुरक्षा बलों के कार्यालय में घटित होती है, तो यह चौंकाने वाली बात है। इंदौर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
यहां के क्राइम ब्रांच थाने में चोरों ने एक कार का इंजन चुरा लिया। यह घटना तब हुई जब पुलिस अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। महंगी गाड़ी से चोरों ने इंजन और अन्य महत्वपूर्ण हिस्से चुरा लिए।
इस घटना ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। क्राइम ब्रांच थाने के पास सेंट्रल कोतवाली और दो एसीपी ऑफिस भी हैं, फिर भी चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। गाड़ी जहां खड़ी थी, वहां से इन थानों की दूरी केवल 50 मीटर है। यह बात और भी चौंकाने वाली है कि थाने के अंदर 24 घंटे पुलिस तैनात रहती है।
अन्य थानों में भी चोरी की घटनाएं
यह मामला केवल क्राइम ब्रांच थाने तक सीमित नहीं है। इंदौर के अन्य 35 थानों में भी जब्त की गई गाड़ियों से बैटरी, टायर, स्टीयरिंग और हेडलाइट्स जैसी चीजें चोरी हो रही हैं। इन घटनाओं की जानकारी थाना प्रभारी या स्टाफ को नहीं है, या वे इसे नजरअंदाज कर रहे हैं।
नीलामी में देरी: 8 करोड़ के वाहन थानों में पड़े हैं
कुछ महीने पहले पुलिस मुख्यालय ने सभी थानों को जब्त वाहनों की नीलामी के आदेश दिए थे। तब पता चला कि इंदौर के थानों में लगभग 8 करोड़ रुपये के वाहन पड़े हुए हैं, जिनमें 90 कारें, 310 बाइक और 400 अन्य वाहन शामिल हैं। कुछ वाहन तो 15 साल से भी अधिक समय से थानों में हैं।
कोर्ट के आदेश के बावजूद देरी
नीलामी की प्रक्रिया में भी देरी हो रही है। जब्त वाहनों का निपटान कानून के अनुसार छह महीने बाद शुरू किया जाता है, लेकिन इसमें लापरवाही हो रही है। कोर्ट के आदेश के बावजूद, वाहनों का निपटान समय पर नहीं हो पा रहा है।
पुलिस का दावा: जल्द होगा निपटान
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब्त वाहनों का निपटान जल्द किया जाएगा और कानूनी प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल 7 थानों में 75 प्रतिशत वाहनों की नीलामी कर दी गई है, और बाकी वाहनों का जल्द ही निपटान किया जाएगा।