इंदौर में ओजोन थेरेपी से कैंसर मरीजों को मिल रहा नया जीवन
ओजोन थेरेपी का लाभ
इंदौर
इंदौर के शासकीय अष्टांग आयुर्वेदिक कॉलेज में ओजोन थेरेपी का उपयोग कैंसर के मरीजों के लिए किया जा रहा है। पिछले पांच महीनों में 220 से अधिक मरीजों को इस थेरेपी का लाभ मिला है। यह उपचार शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाकर कैंसर रोगियों को ऊर्जा प्रदान करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानव शरीर के लिए ऑक्सीजन अत्यंत आवश्यक है।
दूषित वातावरण, फेफड़ों की बीमारियों और अन्य कारणों से शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ओजोन थेरेपी इस कमी को दूर कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है।
हर साल अस्पताल में एक हजार से अधिक मरीज कैंसर के इलाज के लिए आते हैं, जिनमें कई मरीज विभिन्न राज्यों से होते हैं। ओजोन थेरेपी के माध्यम से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर कई बीमारियों को समाप्त किया जा सकता है, जिससे स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलती है।
आयुर्वेदिक उपचार से लाभ
सुदामा नगर की 66 वर्षीय महिला, जो लाइपोसार्कोमा कैंसर से पीड़ित हैं, ने ऑपरेशन और कीमोथेरेपी के बाद आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू किया। अब तक उन्होंने 15 ओजोन थेरेपी सत्र लिए हैं और वे अब बेहतर महसूस कर रही हैं।
नवीन आर्य, जिन्हें आंत का कैंसर है, ने भी ओजोन थेरेपी के बाद राहत महसूस की है। बैतूल की 55 वर्षीय महिला, जो स्तन कैंसर से ग्रस्त हैं, ओजोन थेरेपी के माध्यम से स्वस्थ महसूस कर रही हैं। इंदौर के 53 वर्षीय शिवदत्त जोशी को जीभ का कैंसर है और वे भी इस थेरेपी से लाभान्वित हो रहे हैं।
पिछले पांच महीनों में ओजोन थेरेपी लेने वाले मरीज
माह मरीज
अगस्त 41
सितंबर 102
अक्टूबर 46
नवंबर 24
दिसंबर 19
(अब तक)
अन्य बीमारियों में भी सहायक
यह थेरेपी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में भी मददगार साबित हो रही है। यह शरीर की कोशिकाओं को अधिक ऑक्सीजन अवशोषित करने में सहायता करती है, जिससे नई ऊर्जा का संचार होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। अस्पताल की यूनिट में डॉ. श्वेता वर्मा, डॉ. शेखर पटेल, भारत प्रजापति, कमलेश पटेल और निशा मालवीय मरीजों का उपचार कर रहे हैं।
तीन हजार वर्ष पुरानी पद्धति
विशेषज्ञों का कहना है कि यह चिकित्सा पद्धति नई नहीं है। लगभग तीन हजार वर्ष पहले पतंजलि योग सूत्रों में भी प्राणायाम के माध्यम से शरीर में ऑक्सीजन बढ़ाने की बात कही गई थी। आधुनिक यूरोपीय देशों में ओजोन थेरेपी का लंबे समय से उपयोग किया जा रहा है और इसे वैज्ञानिक रूप से लाभकारी माना गया है।
सप्ताह में दो दिन की जाती है थेरेपी
ओजोन, ऑक्सीजन का एक सक्रिय रूप है, जो शरीर के रक्त, लसिका और ऊतकों में जाकर कोशिकाओं से जुड़ता है। इस थेरेपी में एक विशेष मशीन के माध्यम से शरीर में ऑक्सीजन प्रवाहित की जाती है। इससे कैंसर कोशिकाओं को समाप्त करने, शरीर को डिटॉक्स करने और घावों को भरने में सहायता मिलती है। यह थेरेपी सप्ताह में दो दिन दी जाती है। – डॉ. अखिलेश भार्गव, विभागाध्यक्ष, शल्य तंत्र विभाग
