इंडोनेशिया में भगवान गणेश की अद्भुत मूर्ति और मुस्लिम संस्कृति का संगम

भगवान गणेश का अद्भुत स्थान
भगवान गणेश: एक ऐसा देश है जहां दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम जनसंख्या निवास करती है। इस देश में 141 ज्वालामुखी हैं, जिनमें से 130 सक्रिय हैं। इस मुस्लिम देश के एक क्षेत्र में लावे के पास भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित है। यह जानकर आप चकित रह जाएंगे। इस देश में, विशेष रूप से बाली द्वीप पर, हिंदू धर्म का भी गहरा प्रभाव है। यहां कई हिंदू देवी-देवताओं की पूजा होती है, जिनमें भगवान गणेश भी शामिल हैं।
माउंट ब्रोमो में भगवान गणेश
माउंट ब्रोमो में लावे को थामे बैठे हैं Lord Ganesh

हम जिस देश की चर्चा कर रहे हैं, वह इंडोनेशिया है, जहां लगभग 13 प्रतिशत मुसलमान रहते हैं। गणेश की मूर्ति जिस स्थान पर स्थित है, वह माउंट ब्रोमो है, जो ईस्ट जावा प्रांत के प्रोमो टेंगर सेमेरू नेशनल पार्क के अंतर्गत आता है। यहां स्थित गणेश की मूर्ति लगभग 700 साल पुरानी है। स्थानीय लोगों का मानना है कि भगवान गणेश उनकी ज्वालामुखी से रक्षा करते हैं।
गणेश की मूर्ति का महत्व
क्या है यहाँ स्थित गणपति की मूर्ति की खासियत?

'ब्रोमो' शब्द हिंदू मान्यताओं के अनुसार सृष्टि के देवता ब्रह्मा के जावानीस उच्चारण से लिया गया है। इंडोनेशिया में 130 सक्रिय ज्वालामुखी हैं और लगभग 50 लाख लोग खतरनाक क्षेत्रों के आसपास निवास करते हैं। माउंट ब्रोमो में भगवान गणेश की मूर्ति का विशेष महत्व है।
टेंगर मासिफ जनजाति की किंवदंतियों के अनुसार, गणेश की मूर्ति लगभग 700 साल पहले उनके पूर्वजों द्वारा स्थापित की गई थी। इसलिए, वे गणेश को विभिन्न प्रकार के प्रसाद चढ़ाते हैं, ताकि उनकी फसल और जानवर सुरक्षित रहें।
पूजा की निरंतरता
यहाँ कभी नहीं रुकती है पूजा

यह दिलचस्प है कि गणपति की पूजा यहां कभी नहीं रुकती, चाहे ज्वालामुखी क्यों न फटे। यह एक परंपरा है जिसे यहां के लोग किसी भी स्थिति में निभाते हैं। भगवान गणेश की पूजा के साथ-साथ यहां फूल और फल भी चढ़ाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यदि ऐसा नहीं किया गया, तो ज्वालामुखी फट जाएगा और स्थानीय लोगों को खतरा होगा।