इंडिगो की उड़ानें रद्द, रेलवे ने यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनें चलाईं

इंडिगो एयरलाइन ने शुक्रवार को 1000 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे देशभर के हवाई अड्डों पर हाहाकार मच गया। यात्रियों की सहायता के लिए रेलवे ने 37 ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच जोड़े हैं, जिससे लगभग 4.89 लाख यात्रियों को लाभ होगा। जानें इस संकट के कारण और रेलवे की विशेष ट्रेन सेवाओं के बारे में।
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इंडिगो की उड़ानें रद्द, रेलवे ने यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनें चलाईं

इंडिगो की उड़ानें रद्द: यात्रियों में हाहाकार

भारत की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो ने शुक्रवार को 1000 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे हवाई अड्डों पर भारी भीड़ और हाहाकार मच गया। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर हजारों यात्री फंस गए, जबकि अन्य एयरलाइनों के टिकटों की कीमतें बढ़ गईं।


इस संकट के बीच, भारतीय रेलवे ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 37 ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच जोड़कर यात्रियों की सहायता की। इस कदम से लगभग 4.89 लाख यात्रियों को लाभ होगा।


इंडिगो की समस्या: 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द

इंडिगो की समस्या कई दिनों से चल रही थी, लेकिन यह शुक्रवार को अपने चरम पर पहुंच गई। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सभी 235 घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि देशभर में 1,000 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं। कंपनी के सीईओ पीटर एल्बर्स ने एक वीडियो बयान में कहा कि यह एक 'रीबूट' है, जो सिस्टम को सामान्य करने के लिए आवश्यक था। उन्होंने आश्वासन दिया कि शनिवार को रद्द उड़ानों की संख्या 1000 से कम होगी और 10-15 दिसंबर तक स्थिति सामान्य हो जाएगी।


समस्याओं के कारण

कंपनी ने पायलटों की कमी, मौसम, तकनीकी समस्याओं और नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (एफडीटीएल) नियमों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। एफडीटीएल के दूसरे चरण के तहत नवंबर से पायलटों के लिए नाइट ड्यूटी पर सख्ती लागू की गई है, जिसके लिए इंडिगो ने उचित तैयारी नहीं की। पायलट यूनियन ने आरोप लगाया कि कंपनी ने लंबे समय से कम स्टाफ रखने की नीति अपनाई, जिसके परिणामस्वरूप यह संकट उत्पन्न हुआ।


यात्रियों का गुस्सा

हवाई अड्डों पर यात्रियों ने कर्मचारियों पर चिल्लाते हुए और सामान के लिए झगड़ते हुए गुस्सा व्यक्त किया। पुणे में 16 आगमन और 16 प्रस्थान रद्द हुए, जबकि अहमदाबाद में 86 उड़ानें प्रभावित हुईं। मध्य प्रदेश में 85 उड़ानें रद्द होने से हजारों यात्री फंस गए। इंडिगो ने माफी मांगी और कहा कि रद्द उड़ानों का पूरा रिफंड मूल भुगतान मोड पर होगा। इसके अलावा, 5 से 15 दिसंबर तक की बुकिंग पर कैंसिलेशन या रीशेड्यूलिंग पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।


रेलवे की त्वरित कार्रवाई

इंडिगो संकट के बीच, यात्रियों ने रेलवे का सहारा लिया, जिससे ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई। रेल मंत्रालय ने तुरंत कदम उठाते हुए 37 ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच जोड़ दिए, जिससे 114 अतिरिक्त ट्रिप्स हो सकेंगी। प्रत्येक ट्रिप में 4000 यात्रियों को जगह मिलेगी, जिससे कुल 4.89 लाख यात्री लाभान्वित होंगे। यह व्यवस्था 6 दिसंबर से लागू हो गई।


विशेष ट्रेनें

रेलवे ने विशेष ट्रेनों का संचालन भी शुरू किया है, जिसमें हजरत निजामुद्दीन-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रिजर्व्ड सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन शामिल है, जो 6 दिसंबर को एक तरफा चलेगी। इसके अलावा, साबरमती-दिल्ली ट्रेन भी 7-10 दिसंबर के बीच चार ट्रिप्स के लिए चलाई जाएगी।