इंडिगो एयरलाइन के परिचालन संकट का समाधान: उड़ानें जल्द सामान्य होने की उम्मीद
इंडिगो एयरलाइन की चुनौतियाँ
भारत की प्रमुख एयरलाइन, इंडिगो, हाल के समय में अपने सबसे गंभीर परिचालन संकटों का सामना कर रही है। इस स्थिति के कारण उड़ानें बड़े पैमाने पर रद्द हो रही हैं, यात्रियों को लंबी देरी का सामना करना पड़ रहा है, और हवाई अड्डों पर भीड़ बढ़ गई है। इसके साथ ही, घरेलू हवाई किरायों में भी भारी वृद्धि देखी जा रही है। पायलटों के लिए संशोधित उड़ान ड्यूटी समय सीमा (एफडीटीएल) नियमों के कारण प्रमुख मेट्रो मार्गों पर प्रभाव पड़ा है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और एयरलाइनों के लिए समय-सारणी बनाए रखना कठिन हो गया है।
सरकार की प्रतिक्रिया
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने इस संकट का समाधान करने के लिए तुरंत एक 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। इसके अलावा, परिचालन संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं, अस्थायी नियामक छूट प्रदान की गई है, और एक उच्च-स्तरीय जांच शुरू की गई है ताकि जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। अधिकारियों को उम्मीद है कि उड़ान कार्यक्रम जल्द ही सामान्य हो जाएंगे, लेकिन यात्रियों की असुविधा का असर पहले से ही महसूस किया जा रहा है।
उड़ान सेवाओं की बहाली
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि नए उड़ान शुल्क मानदंडों को स्थगित करने जैसे विभिन्न उपायों से इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान को कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि अगले तीन दिनों में सेवाएं पूरी तरह से बहाल होने की उम्मीद है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने इंडिगो में व्यवधान के कारणों की जांच करने और जवाबदेही तय करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच शुरू करने का निर्णय लिया है।
यात्रियों के हित में निर्णय
मंत्री ने बताया कि डीजीसीए के उड़ान ड्यूटी समय सीमा (एफडीटीएल) आदेश को तुरंत स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय हवाई सुरक्षा से समझौता किए बिना यात्रियों, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, और मरीजों के हित में लिया गया है, जो आवश्यक यात्रा के लिए समय पर हवाई यात्रा पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य हवाई सेवाएं जल्द ही बहाल करने के लिए परिचालनात्मक उपायों को लागू किया गया है।
