इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय फैंस को लगा बड़ा झटका, हेड कोच का निधन

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय फुटबॉल के हेड कोच जॉर्ज कोस्टा का निधन हो गया। उन्होंने 53 वर्ष की आयु में कार्डियक अरेस्ट के कारण अंतिम सांस ली। कोस्टा ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं, जिसमें 8 लीग टाइटल और 2004 में चैंपियंस लीग जीतना शामिल है। उनके निधन से भारतीय फुटबॉल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। जानें उनके करियर और निधन की पूरी कहानी।
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इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय फैंस को लगा बड़ा झटका, हेड कोच का निधन

भारतीय टीम की इंग्लैंड यात्रा

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय फैंस को लगा बड़ा झटका, हेड कोच का निधन

हेड कोच : भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर थी। इस दौरे के अंतिम मैच में टीम ने शानदार जीत हासिल की और पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-2 से ड्रॉ कर दिया। लेकिन इसी बीच एक दुखद समाचार सामने आया है।


जॉर्ज कोस्टा का निधन

जॉर्ज कोस्टा का निधन

जैसे ही इंग्लैंड टेस्ट सीरीज समाप्त हुई, एक बुरी खबर आई। यह खबर मुंबई सिटी फुटबॉल क्लब के पूर्व कोच जॉर्ज कोस्टा से संबंधित है। उन्होंने 53 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कहा। वह पुर्तगाल के प्रमुख फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक थे।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जॉर्ज कोस्टा का निधन कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ। उनका निधन टीम के ट्रेनिंग ग्राउंड पर हुआ। इस बात की पुष्टि क्लब एफसी पोर्टो ने मंगलवार को की।


क्लब की शोक संवेदनाएँ

क्लब ने दी शोक की खबर

एफसी पार्टिज़न फुटबॉल क्लब ने एक बयान जारी किया जिसमें इस दुखद घटना का उल्लेख किया गया। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि महान फुटबॉलर, एफसी पोर्टो के कप्तान और वर्तमान डायरेक्टर ऑफ़ प्रोफेशनल फुटबॉल अब इस दुनिया में नहीं रहे। कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हुआ। पुर्तगाल के पूर्व खिलाड़ी मंगलवार की सुबह क्लब के ट्रेनिंग ग्राउंड पर गिर पड़े थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हालांकि अस्पताल पहुंचने के बाद वह ज्यादा देर तक जीवित नहीं रह सके।


कोस्टा का करियर

कैसा रहा है करियर

अगर हम कोस्टा के करियर पर नजर डालें, तो उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुकाबले जीते हैं। उन्होंने अपने अधिकांश समय को क्लब फुटबॉल में बिताया है। कोस्टा ने कुल 8 लीग टाइटल जीते और 2004 में चैंपियंस लीग भी जीती। वह पुर्तगाल की उस टीम का हिस्सा रहे हैं जिसने 1991 में अंडर-20 वर्ल्ड कप जीता था।