इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज में जीत के बावजूद भारी जुर्माना

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड ने हाल ही में तीसरा मैच जीतकर 2-1 की बढ़त बनाई। हालांकि, इस जीत के बावजूद उन्हें आईसीसी द्वारा भारी जुर्माना झेलना पड़ा है। धीमी ओवर रेट के कारण इंग्लैंड की टीम पर 10 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है और उनके वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंक भी घटाए गए हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और कप्तान बेन स्टोक्स की प्रतिक्रिया।
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इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज में जीत के बावजूद भारी जुर्माना

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का हाल

वर्तमान में भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट श्रृंखला चल रही है। मेज़बान इंग्लैंड ने दो मैच जीतकर श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली है। हाल ही में लॉर्ड्स में आयोजित तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने जीत हासिल की, लेकिन इस जीत के साथ ही उन्हें एक बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ा है।


आईसीसी ने इंग्लैंड टीम पर भारत के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में धीमी ओवर रेट के लिए डबल जुर्माना लगाया है। इस जीत के बावजूद इंग्लैंड के अंक आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में घट गए हैं। स्लो ओवर रेट के कारण इंग्लैंड पर 10 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है। इसके साथ ही, टीम के खाते से WTC के दो अंक भी काटे गए हैं, जिससे उनका जीत प्रतिशत 66.67 से घटकर कम हो गया है और वे अब दूसरे स्थान पर खिसक गए हैं।


आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इंग्लैंड को स्लो ओवर रेट का दोषी पाया। इंग्लैंड ने निर्धारित समय से दो ओवर की देरी की, जिसके लिए पूरी टीम को दंडित किया गया। आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.22 के अनुसार, जो न्यूनतम ओवर-रेट से संबंधित है, खिलाड़ियों को निर्धारित समय में गेंदबाजी न करने पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 5 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। इंग्लैंड ने दो ओवर नहीं फेंके, इसलिए उन पर 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।


इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस गलती को स्वीकार किया है और प्रस्तावित दंड को भी मान लिया है, जिससे औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और शरफुद्दौला इब्ने शाहिद, तीसरे अंपायर अहसान रजा और चौथे अंपायर ग्राहम लॉयड ने इंग्लैंड पर ये आरोप लगाए थे।