आरएसएस नेता राम माधव ने पाक सेना प्रमुख की परमाणु धमकी पर जताया विरोध

आरएसएस नेता का कड़ा बयान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता राम माधव ने शनिवार को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख असीम मुनीर द्वारा भारत को दी गई परमाणु युद्ध की धमकी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की धमकियों से कोई भी भयभीत नहीं होता और भारत में ऐसी धमकियों का उचित जवाब देने की क्षमता है। मुनीर की यह टिप्पणी हाल ही में अमेरिका यात्रा के दौरान की गई थी, जिस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और चेतावनी दी थी कि ऐसी बयानबाजी जारी रखने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
भारत की प्रतिक्रिया
राम माधव ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि मुनीर की परमाणु धमकी से किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने इस पर सही प्रतिक्रिया दी है। भारत को परमाणु ब्लैकमेल से डराने की कोशिशें सफल नहीं होंगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका अप्रत्यक्ष रूप से ऐसी टिप्पणियों का समर्थन कर रहा है, तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उतने सहज नहीं हैं जितना पहले समझा जाता था।
ट्रंप की रणनीति
माधव ने कहा कि भारत को ट्रंप की रणनीति को समझने की आवश्यकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ट्रंप ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के साथ भी संवाद बनाए रखा है। इस प्रकार की रणनीतियों से अमेरिका और उत्तर कोरिया के रिश्तों में कोई खास बदलाव नहीं आया है। माधव ने कहा कि ट्रंप का मानना है कि बुरे लोगों के साथ काम करके उन्हें सुधारा जा सकता है।
अमेरिका की नीति पर टिप्पणी
राम माधव ने ट्रंप द्वारा बार-बार टैरिफ लगाने की धमकी और भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम समझौते के झूठे दावों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ट्रंप एक बड़े लेन-देन के व्यक्ति हैं और उनका मुख्य उद्देश्य अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। इसके साथ ही, उन्होंने अफगानिस्तान में युद्ध के दौरान अमेरिका की पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के साथ की गई राजनीति का भी जिक्र किया।