आरएसएस की वार्षिक प्रांत प्रचारक बैठक जुलाई में दिल्ली में होगी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की वार्षिक प्रांत प्रचारक बैठक जुलाई के पहले सप्ताह में दिल्ली में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में आरएसएस के प्रमुख और महासचिव की अध्यक्षता में संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी। बैठक का मुख्य उद्देश्य आंतरिक समन्वय को मजबूत करना और संघ के शताब्दी समारोह की तैयारी करना है। इसमें 11 क्षेत्रीय प्रमुख और 46 प्रचारक भाग लेंगे। यह बैठक भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा के समय पर हो रही है, जिससे इसकी महत्वता और बढ़ जाती है।
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आरएसएस की वार्षिक प्रांत प्रचारक बैठक जुलाई में दिल्ली में होगी

आरएसएस की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सभी प्रमुख अधिकारी जुलाई के पहले सप्ताह में अपनी क्षेत्रीय इकाइयों के पदाधिकारियों के साथ वार्षिक प्रांत प्रचारक बैठक के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एकत्रित होंगे। यह तीन दिवसीय बैठक 4 जुलाई से शुरू होगी, जिसमें आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबोले इसकी अध्यक्षता करेंगे। प्रांत प्रचारक बैठक का उद्देश्य संघ के पूर्णकालिक प्रचारकों की भूमिकाओं की समीक्षा करना और कभी-कभी उन्हें भाजपा में नियुक्त करना होता है, हालांकि ऐसा कार्य कुछ समय से नहीं हुआ है।


बैठक का महत्व और एजेंडा

यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा करने की योजना बना रही है। इस उच्च स्तरीय बैठक का मुख्य फोकस संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा, आंतरिक समन्वय को मजबूत करना और भविष्य की पहलों की योजना बनाना होगा। संघ के शताब्दी समारोह की तैयारी भी इस बैठक का एक प्रमुख एजेंडा होगा, जिसमें देशभर में बड़े पैमाने पर भागीदारी की योजना बनाई गई है।


बैठक में भाग लेने वाले सदस्य

बैठक में 11 क्षेत्रीय प्रमुख, 46 प्रचारक और विभिन्न प्रांतों से वरिष्ठ आरएसएस स्वयंसेवक शामिल होंगे। इसमें मई और जून में आयोजित प्रशिक्षण सत्रों का मूल्यांकन भी किया जाएगा और अगले वर्ष के कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसका उद्देश्य आंतरिक समन्वय को तेज करना और आगामी संगठनात्मक मील के पत्थर तथा सामाजिक-राष्ट्रीय पहलों के लिए रणनीति को बढ़ावा देना है।