आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे लोकतांत्रिक इतिहास का 'काला धब्बा' बताया। उन्होंने कहा कि इस दौरान नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हुआ और लोकतंत्र को दमन का शिकार बनाया गया। शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोकतंत्र को मजबूत करने के प्रयासों की भी सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया और एक पुस्तिका का विमोचन किया।
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आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप

आपातकाल को बताया लोकतंत्र का काला धब्बा

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आपातकाल को लोकतांत्रिक इतिहास में एक 'काला धब्बा' करार देते हुए बुधवार को कहा कि कांग्रेस ने सत्ता की लालसा में देश के हित को नुकसान पहुंचाया।


उन्होंने 25 जून 1975 को लागू किए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही।


शर्मा ने कहा, "इस समय की सरकार ने आंतरिक सुरक्षा कानून (मीसा) और भारत रक्षा अधिनियम (डीआईआर) जैसे अलोकतांत्रिक कानूनों को लागू कर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, प्रेस की आजादी और मौलिक अधिकारों का दमन किया।"


उन्होंने यह भी बताया कि लोकतंत्र के लिए संघर्ष करने वाले सेनानियों ने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए जेलों में कठिनाइयों का सामना किया।


मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र और संविधान को मजबूत करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। उन्होंने 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने की शुरुआत की और बाबा साहेब आंबेडकर के जीवन से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ घोषित किया।"


उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा और मजबूत लोकतंत्र है।


शर्मा ने एक अन्य कार्यक्रम 'लोकतंत्र सेनानी सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी' में भी इसी विषय पर अपने विचार साझा किए।


उन्होंने कहा, "25 जून 1975 को इंदिरा गांधी सरकार ने आपातकाल की घोषणा की, जिससे भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया। यह दिन भारतीय इतिहास में 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में जाना जाता है।"


मुख्यमंत्री ने कहा, "आज आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर हमारा कर्तव्य है कि हम उस समय की क्रूरता को याद करें और संकल्प लें कि भारत का लोकतंत्र फिर से इस तरह के दमन का शिकार नहीं होगा।"


उन्होंने कहा, "आपातकाल के दौरान लोकतंत्र को कैद कर दिया गया था, नागरिकों के मौलिक अधिकार छीन लिए गए और प्रेस की स्वतंत्रता पर ताले लगा दिए गए। अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी जैसे प्रमुख नेताओं को जेल में डाल दिया गया।"


मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने हमेशा तुष्टीकरण, परिवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति की है।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया और एक पुस्तिका का विमोचन भी किया।