आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं, उन्हें हर साल 25 जून को पश्चाताप करना चाहिए। सिंधिया ने कांग्रेस पर बाबासाहेब आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि संविधान को केवल हाथ में लेकर नहीं, बल्कि आत्मा में जीवित रखना चाहिए। इस दौरान कांग्रेस ने ग्वालियर उच्च न्यायालय में आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल का ऐलान किया है।
 | 
आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान

भारत में आपातकाल का इतिहास

भारत में आपातकाल की अवधि 1975 से 1977 तक रही, जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आंतरिक और बाहरी खतरों का हवाला देते हुए आपातकाल की घोषणा की। यह आपातकाल राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद द्वारा संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत 25 जून 1975 को लागू किया गया और यह 21 मार्च 1977 को समाप्त हुआ। इस आदेश ने प्रधानमंत्री को डिक्री द्वारा शासन करने का अधिकार दिया, जिससे चुनाव रद्द किए जा सके और नागरिक स्वतंत्रता को निलंबित किया जा सके।


सिंधिया का कांग्रेस पर हमला

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं, उन्हें हर साल 25 जून को पश्चाताप करना चाहिए। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ में बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंधिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस बाबासाहेब के नाम पर राजनीति कर रही है।


कांग्रेस की भूमिका पर सवाल

सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस ने आंबेडकर के खिलाफ प्रत्याशी खड़ा कर उन्हें चुनाव में हराया था। उन्होंने कहा, "जिस राजनीतिक दल ने 25 जून 1975 को बाबासाहेब के संविधान को रौंदा, वही दल आज संविधान की बात कर रहा है।" उन्होंने यह भी कहा कि संविधान को केवल हाथ में लेकर घूमने से कुछ नहीं होगा, बल्कि इसे आत्मा में जीवित रखना होगा।


कांग्रेस का संविधान सत्याग्रह

सिंधिया ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 25 जून को ग्वालियर उच्च न्यायालय परिसर में बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर एकदिवसीय भूख हड़ताल करेंगे। पार्टी ने इस अभियान को 'संविधान सत्याग्रह' का नाम दिया है।


राज्य सरकार के मंत्री का बयान

राज्य सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने भी कांग्रेस पर हमला किया, यह कहते हुए कि कांग्रेस का 'संविधान सत्याग्रह' केवल वोटबैंक की राजनीति है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल जैसे निर्णय लेकर संविधान को तार-तार किया, जबकि भाजपा संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।