आगरा में स्कूलों को मिली बम की धमकी, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई

उत्तर प्रदेश के आगरा में दो स्कूलों को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया। पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूलों को खाली कराया और गहन तलाशी अभियान चलाया। धमकी में अजीबोगरीब नामों का उल्लेख किया गया है, जिससे अधिकारियों में चिंता बढ़ गई है। साइबर प्रकोष्ठ ने जांच शुरू कर दी है कि ये धमकी भरे ईमेल किसने भेजे। अभिभावकों ने सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है।
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आगरा में स्कूलों को मिली बम की धमकी, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई

बम की धमकी से मची अफरा-तफरी

उत्तर प्रदेश के आगरा में बुधवार को दो स्कूलों को ईमेल के माध्यम से बम की धमकी मिली, जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्कूलों को तुरंत खाली कराया गया और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया। हालांकि, अभी तक कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है, लेकिन अधिकारियों ने 'रोडकिल' और 'साइलेंस' जैसे अजीब नामों से भेजी गई धमकियों को गंभीरता से लिया है। सूचना मिलते ही पुलिस, बम निरोधक दस्ते, अग्निशामक, डॉग स्क्वॉड और दिल्ली पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए। छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को बड़े पैमाने पर खाली कराया गया।


ईमेल के माध्यम से मिली धमकी

बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की मदद से गहन तलाशी अभियान चलाया गया। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विनायक भोसले ने बताया कि श्री राम स्कूल और ग्लोबल स्कूल को धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा, "दोनों विद्यालयों में बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों ने गहन तलाशी की, लेकिन किसी भी स्कूल में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।" भोसले ने आगे बताया कि तलाशी के बाद दोनों विद्यालयों में सामान्य शैक्षणिक गतिविधियां फिर से शुरू हो गईं। साइबर प्रकोष्ठ ने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है कि ये ईमेल किसने भेजे। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि ये ईमेल कोलकाता से भेजे गए हैं।


धमकी भरे ईमेल में 'रोडकिल' का उल्लेख

ईमेल भेजने वाले ने, जो खुद को 'जैक्ड आउट' बताता है, बड़े अक्षरों में लिखा, "तुम सब मरोगे। तुम्हारे बच्चों को मरना ही होगा। तुम सुखी जीवन जीने के लायक नहीं हो। स्कूल खून-खराबे में बदल जाएगा। यह संदेश भारत के हर स्कूल के लिए है, सिर्फ़ प्राप्तकर्ताओं के लिए नहीं। इस संदेश को बेहद गंभीरता से लो। तुम्हारे बच्चे या तो अपने अंग खो देंगे या अपनी जान, और हम ख़ुशी-ख़ुशी समाचार देखेंगे और परिवारों को कष्ट सहते देखेंगे।"


धमकी में अन्य नामों का जिक्र

इस भयावह संदेश में आगे लिखा गया, "अब समय आ गया है कि भारत हमारी पीड़ा को महसूस करे। हमारी अपनी ज़िंदगी है, और हम बच्चों को मार डालेंगे क्योंकि वे सबसे ज़्यादा सदमा पहुँचाते हैं।" इसमें 'रोडकिल' और 'साइलेंस' नामों का उल्लेख किया गया है, जो इस आतंकी हमले के लिए ज़िम्मेदार बताए गए हैं। ये नाम हाल ही में दिल्ली के लगभग दस शैक्षणिक संस्थानों सहित, पूरे भारत के स्कूलों को भेजी गई झूठी धमकियों में बार-बार दिखाई दिए हैं।


साइबर इकाइयों की जांच

पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि साइबर इकाइयाँ वर्तमान में संदेशों के आईपी पते और स्रोत का पता लगाने में जुटी हैं। अधिकारियों को संदेह है कि यह एक सुनियोजित धोखाधड़ी अभियान है जिसका उद्देश्य दहशत फैलाना और शैक्षणिक गतिविधियों को बाधित करना है। इस बीच, अभिभावकों और अन्य निवासियों ने बार-बार आने वाली धमकियों पर चिंता व्यक्त की है और कड़ी साइबर निगरानी और स्कूल सुरक्षा की माँग की है।