आगरा में धर्म परिवर्तन रैकेट का भंडाफोड़: मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
आगरा में धर्म परिवर्तन के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया है। रहमान ने 'ऑपरेशन उम्मत' के तहत लंबे समय से चल रहे धर्मांतरण के बारे में कई खुलासे किए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस अब इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और रहमान के खिलाफ लगाए गए आरोपों के बारे में।
Jul 22, 2025, 18:17 IST
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मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
आगरा में धर्म परिवर्तन के मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है, जब मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान को मंगलवार को एक स्थानीय अदालत ने 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, रहमान ने 'ऑपरेशन उम्मत' नामक एक संगठित धर्मांतरण रैकेट के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। अधिकारियों के अनुसार, रहमान पिछले 35 वर्षों से दिल्ली से धर्मांतरण का कार्य कर रहा था। 'उम्मत' एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ है एक संगठित समुदाय, जिसका उपयोग रहमान कथित तौर पर लोगों को अपने पाले में लाने के लिए करता था।
धर्मांतरण रैकेट का खुलासा
जब आगरा पुलिस ने रहमान को दिल्ली से गिरफ्तार किया, तो एक हिंदू लड़की, जिसे कथित तौर पर धर्मांतरण कराया गया था, भी उसके घर पर पाई गई। जांचकर्ताओं का मानना है कि रहमान धर्मांतरण नेटवर्क में विभिन्न राज्यों के गुर्गों को जोड़ने वाली केंद्रीय कड़ी के रूप में कार्य करता था। अधिकारियों ने यह भी बताया कि रहमान 'पीस फाउंडेशन' नामक एक संगठन से जुड़ा था, जिसका संचालन वह दिल्ली में करता था। उसके गुरु कलीम सिद्दीकी को पहले उत्तर प्रदेश एटीएस ने दिल्ली के शाहीन बाग से बड़े पैमाने पर धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया था। सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बाद, रहमान ने ऑपरेशन उम्मत की कमान संभाली।
जांच का दायरा बढ़ा
यूपी पुलिस ने जाँच का दायरा बढ़ाया
उत्तर प्रदेश पुलिस अब यह जांच कर रही है कि सिद्दीकी के कितने सहयोगी जेल के बाहर सक्रिय हैं और धर्मांतरण का कार्य जारी रखे हुए हैं। शेष नेटवर्क को ध्वस्त करने और इस मामले का पूरी तरह से पर्दाफाश करने के लिए जांच जारी है। रहमान पर बीएनएस की धारा 87 (अपहरण) और 111 (संगठित अपराध) के साथ-साथ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। आगरा के सदर बाजार थाने में उसके खिलाफ पहले से ही एक प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।