आंध्र प्रदेश में बारिश के कारण बांध से पानी छोड़ा गया, ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह

आंध्र प्रदेश में हालिया भारी बारिश के चलते कल्वाकुंटा बांध से पानी छोड़ा गया है, जिससे जल स्तर में वृद्धि हुई है। अधिकारियों ने वेल्लोर और रानीपेट जिलों के निवासियों को नदी के किनारे न जाने की सलाह दी है। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल में भी मौसम की स्थिति पर नजर रखी जा रही है, जहां हल्की बारिश की संभावना है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
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आंध्र प्रदेश में बारिश के कारण बांध से पानी छोड़ा गया, ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह

आंध्र प्रदेश में जल स्तर में वृद्धि

आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के चलते कल्वाकुंटा बांध से पानी का प्रवाह शुरू किया गया है। इसी प्रकार, पोन्नई एनीकट नदी से सुबह 4 बजे तक 6,500 घन फीट पानी छोड़ा गया। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जल प्रवाह में और वृद्धि हो सकती है। इस कारण, वेल्लोर और रानीपेट जिलों में पोन्नई नदी के किनारे रहने वाले लोगों को नदी के पास जाने से मना किया गया है।


सतर्कता की आवश्यकता

जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी है कि गांवों में रहने वाले लोग नहाने या अन्य किसी उद्देश्य के लिए नदी का उपयोग न करें। वेल्लोर के जिलाधिकारी वी आर सुब्बुलक्ष्मी ने बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए बताया कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में कलावगुंटा बांध से शनिवार सुबह पौने आठ बजे तक लगभग 540 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।


पड़ोसी राज्य में बारिश का प्रभाव

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पड़ोसी राज्य में बांध के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सुबह आठ बजे से पानी का बहाव बढ़ाया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि इसलिए पोन्नई नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने और नदी के पास जाने से बचने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, अभिभावकों से अनुरोध किया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि बच्चे नदी के निकट न जाएं।


पश्चिम बंगाल में मौसम की स्थिति

वहीं, पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में अगले दो से तीन दिनों तक हल्की बारिश की संभावना है, जिसके बाद मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह तक कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल के कुछ हिस्सों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।


उत्तर बंगाल में बारिश का असर

पिछले सप्ताहांत उत्तर बंगाल में मूसलाधार बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ आई, जिससे 32 लोगों की जान गई। शुक्रवार को सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटों में राज्य में सबसे अधिक (23 मिलीमीटर) बारिश पश्चिम मेदिनीपुर जिले के कलाईकुंडा में दर्ज की गई।