अहिल्यानगर में ओवैसी की सभा पर वारिस पठान का भाजपा मंत्री पर तीखा हमला
अहिल्यानगर में आयोजित ओवैसी की सभा में एमआईएम नेता वारिस पठान ने भाजपा मंत्री नितेश राणे पर तीखा हमला किया। पठान ने राणे को धमकी देते हुए कहा कि वे स्ट्रेचर पर लौटेंगे। राणे ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कई सवाल उठाए और कहा कि माहौल बिगड़ने पर सरकार को सोचना पड़ेगा। इस बहस में दोनों नेताओं के बीच तीखी शब्दों का आदान-प्रदान हुआ। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और नेताओं के बयानों का क्या मतलब है।
Oct 11, 2025, 12:41 IST
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ओवैसी की सभा में वारिस पठान का बयान
अहिल्यानगर के मुकुंदनगर में स्थित सीआईवी ग्राउंड में एआईएमआईएम सांसद बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी की एक जनसभा आयोजित की गई। इस सभा में एमआईएम नेता वारिस पठान ने भाजपा के मंत्री नितेश राणे पर तीखा हमला किया। वारिस पठान ने मंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि वे दो पैरों पर आएंगे लेकिन स्ट्रेचर पर लौटेंगे। इस पर नितेश राणे ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सभा अहमदनगर में नहीं, बल्कि अहिल्यानगर में हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि भौंकने वाले कुत्ते काटते नहीं हैं और वे अहिल्यानगर में घूम रहे हैं। राणे ने यह भी आरोप लगाया कि जो लोग कानून-व्यवस्था की बात करते हैं, वे अहिल्यानगर के नाम पर विश्वास नहीं रखते हैं और औरंगाबाद का नाम बदलने में भी संकोच करते हैं।
नितेश राणे का जवाब
राणे ने आगे कहा कि क्या यह पाकिस्तान है? क्या यह शरिया है? जिन विचारों ने पिलावल को जन्म दिया, वे भारत की स्वतंत्रता के खिलाफ थे। एक सरकार के रूप में हमें यह तय करना होगा कि हमें आपकी सभाएं आयोजित करनी चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि हरे सांप हिल गए हैं और हिंदुत्व की सरकार है। यदि माहौल बिगड़ने की कोशिश की गई, तो सरकार को यह सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा कि सभा की अनुमति दी जाए या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि जब पैगम्बर साहब कुरान पर बोलते हैं, तो वे भड़क जाते हैं। यदि आप हमारी देवियों का अपमान करते हैं, तो क्या हम चुप रहेंगे? अगर आप हर जगह "आई लव मोहम्मद" के पोस्टर लगाकर हमें धमकाते हैं, तो हमें अपनी तीसरी आंख खोलने पर मजबूर मत कीजिए। सच्चा सनातनी हिंदू वह है जो अंबेडकर को मानता है। शिवशक्ति वह है जो भीमशक्ति को मानता है।
वारिस पठान की चुनौती पर राणे की प्रतिक्रिया
नितेश राणे ने कहा कि वे शरिया लाना चाहते हैं, लेकिन वे अंबेडकर को नहीं मानते। हिंदुत्व कार्यकर्ताओं के रूप में, हम पजामे का फंदा खोलना जानते हैं। उन्होंने रज़ाकारों के इतिहास का उल्लेख किया। राणे ने वारिस पठान की चुनौती का जवाब देते हुए कहा, "जगह और समय बताओ, या मस्जिद चुन लो, धमकी मत दो, तुम जानते हो नितेश राणे क्या है। ये नसबंदी करने वाले बदमाश हैं, ये बस भौंकते हैं। हम राज्य का माहौल खराब नहीं करना चाहते। हमारी सरकार सभा की अनुमति दे रही है, इसलिए आप बोल सकते हैं, वरना आपको मस्जिद के लाउडस्पीकर से बोलना पड़ेगा। जब मूर्ति का अपमान हुआ था, तब एआईएमआईएम ने प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया?"