अहमदाबाद की रथ यात्रा में हाथियों की परेशानी, पशु कल्याण पर उठे सवाल

रथ यात्रा में हाथियों की स्थिति
अहमदाबाद की रथ यात्रा के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें हाथियों को स्पष्ट रूप से परेशानी में दिखाया गया है। ये हाथी अचानक भीड़ में दौड़ पड़े, जो शोर और हलचल से घबरा गए थे। इस घटना ने बड़े और तनावपूर्ण सार्वजनिक आयोजनों में जानवरों के उपयोग को लेकर फिर से चिंता पैदा कर दी है.
वंतरा की त्वरित प्रतिक्रिया
इस संकट के दौरान वंतरा, जो एक वन्यजीव संरक्षण और पुनर्वास परियोजना है, ने त्वरित प्रतिक्रिया दी। अनंत अंबानी द्वारा समर्थित इस टीम में वन्यजीव चिकित्सक, महावत और सहायक कर्मचारी शामिल थे, जिन्होंने अधिकारियों के साथ मिलकर प्रभावित हाथियों को तत्काल चिकित्सा सहायता, व्यवहारिक समर्थन और पुनर्वास में मदद की.
सरकारी अधिकारियों की प्रतिक्रिया
गुजरात के मुख्य वन संरक्षक डॉ. के. रमेश ने कहा, "रथ यात्रा के दौरान हाथियों की अशांति की घटना के बाद, हमने वंतरा से तुरंत सहायता मांगी। उनकी टीम ने जमनगर से तेजी से प्रतिक्रिया दी और स्थानीय अधिकारियों और पशु प्रबंधकों के साथ समन्वय किया ताकि बेहतर देखभाल के लिए उनका पुनर्वास किया जा सके।"
जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन की सराहना
जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन ने भी वंतरा के प्रयासों की सराहना की। महेंद्र झा, ट्रस्टी, श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट समिति ने कहा, "वंतरा ने इन हाथियों को आवश्यक चिकित्सा और पुनर्वास प्रदान करने में महान प्रतिबद्धता दिखाई है।"
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
गवाहों द्वारा साझा किए गए वीडियो में हाथियों को उत्सव के दौरान भयभीत और असामान्य स्थिति में दिखाया गया है। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इस पर आक्रोश व्यक्त किया और जानवरों के प्रति अधिक सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण की मांग की।
ऑनलाइन प्रतिक्रियाओं में टिप्पणियाँ शामिल थीं: "यह निर्दोष जानवरों के लिए दुखद है, जिन्हें इस क्रूरता का सामना करना पड़ता है।" अन्य लोगों ने उन आयोजनों में जीवित हाथियों के उपयोग पर सवाल उठाया, जो भीड़ और शोर के लिए जाने जाते हैं।
पशु कल्याण के लिए आवश्यक कदम
पशु कल्याण के समर्थकों ने लंबे समय से वंतरा जैसे पुनर्वास स्थलों की आवश्यकता पर जोर दिया है, जो शोषण से बचाए गए हाथियों को स्थायी देखभाल प्रदान करते हैं।