असम विधानसभा चुनाव 2026: भाजपा की रणनीति और राजनीतिक परिदृश्य

असम का राजनीतिक माहौल 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। भाजपा की स्थिति मजबूत है, लेकिन असंतोष और क्षेत्रीय मुद्दों का पुनरुत्थान हो रहा है। आगामी चुनाव केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि असम के भविष्य के लिए एक जनमत संग्रह है। भाजपा की असम इकाई ने चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के लिए बैठकें आयोजित की हैं, जिसमें मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। क्या असम निरंतरता को चुनेगा या बदलाव की ओर बढ़ेगा? जानें इस महत्वपूर्ण चुनावी परिदृश्य के बारे में।
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असम विधानसभा चुनाव 2026: भाजपा की रणनीति और राजनीतिक परिदृश्य

असम में चुनावी हलचल

असम का राजनीतिक माहौल एक बार फिर से अटकलों और रणनीतियों से भर गया है, क्योंकि राज्य 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है, जो मार्च और अप्रैल के बीच होंगे। वर्तमान विधानसभा, जो 2021 में चुनी गई थी, 2 मई, 2026 को अपना कार्यकाल समाप्त करेगी। उस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को स्पष्ट बहुमत मिला, जिससे पूर्वोत्तर में भाजपा की स्थिति मजबूत हुई और हिमंत बिस्वा सरमा मुख्यमंत्री बने। लेकिन अब, पांच साल बाद, स्थिति अधिक जटिल हो गई है।


राजनीतिक असंतोष और चुनावी रणनीति

भाजपा अभी भी एक प्रमुख राजनीतिक शक्ति बनी हुई है, लेकिन राज्य में असंतोष, सत्ता-विरोधी भावना और क्षेत्रीय मुद्दों का पुनरुत्थान देखने को मिल रहा है। आगामी चुनाव केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं है, बल्कि यह असम के भविष्य के लिए एक जनमत संग्रह है, जिसमें यह तय होगा कि राज्य निरंतरता के लिए भाजपा के मजबूत नेतृत्व को चुनता है या कांग्रेस के गौरव गोगोई के नेतृत्व में बदलाव की ओर बढ़ता है।


भाजपा की रणनीति पर चर्चा

भाजपा की असम इकाई 2026 के विधानसभा चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को चर्चा जारी रखेगी। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बताया कि पार्टी की राज्य इकाई की विस्तारित कार्यकारी समिति ने बृहस्पतिवार को डिब्रूगढ़ में बैठक की, जिसमें चुनावी रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। शर्मा ने कहा कि बैठक 'काफी रचनात्मक' रही और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।


भविष्य की योजनाओं पर चर्चा

शर्मा ने कहा, 'हमने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति लगभग तय कर ली है।' बैठक में कोर कमेटी और पदाधिकारियों दोनों ने भाग लिया। उन्होंने यह भी बताया कि शुक्रवार को चर्चा जारी रहेगी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सैकिया मीडिया को बैठक के निर्णयों के बारे में जानकारी देंगे।


बैठक में शामिल प्रमुख नेता

बृहस्पतिवार को हुई बैठक में शर्मा और सैकिया ने पार्टी के भविष्य की योजनाओं की गहन समीक्षा की। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, पबित्रा मार्गेरिटा, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं सांसद कामाख्या प्रसाद तासा, राज्य प्रभारी हरीश द्विवेदी और प्रदेश महासचिव (संगठन) रवींद्र राजू भी शामिल हुए।