असम में हाथियों की मौत पर कांग्रेस सांसद की चिंता, मानव-पशु संघर्ष की समस्या पर जोर
असम में हाथियों की मौत पर चिंता
कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने असम में राजधानी एक्सप्रेस से टकराने के बाद आठ हाथियों की मौत पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने राज्य में बढ़ते मानव-पशु संघर्ष की समस्या को उजागर किया। गोगोई ने कहा कि दूरदर्शिता और जवाबदेही की कमी के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह घटना असम में मानव-पशु संघर्ष की गंभीरता को दर्शाती है।
गोगोई ने बताया कि हाल के वर्षों में प्राकृतिक आवासों के तेजी से क्षय और विखंडन के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं। वर्तमान सरकार के तहत अनियोजित विकास के कारण वन क्षेत्र सिकुड़ रहा है, जिससे पारंपरिक प्रवासन मार्ग बाधित हो रहे हैं। इसके साथ ही पारिस्थितिक सुरक्षा उपायों की अनदेखी की जा रही है।
दुर्घटना का विवरण
उन्होंने आगे कहा कि विकास नीतियों में अल्पकालिक लाभ के बजाय लोगों और पर्यावरण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इस संतुलन की अनदेखी से असम में पारिस्थितिक क्षति और सामाजिक लागत बढ़ रही है।
आज सुबह, एन.एफ. रेलवे के लुमडिंग डिवीजन में एक दुखद घटना घटी, जिसमें ट्रेन संख्या 20507 डीएन सैरांग-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस हाथियों से टकरा गई। इस टक्कर में ट्रेन का इंजन और पांच डिब्बे पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना में सात हाथियों की मौत हो गई, लेकिन किसी भी यात्री को चोट नहीं आई।
रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया
दुर्घटना की सूचना मिलते ही, एन.एफ. रेलवे के महाप्रबंधक और लुमडिंग तथा दुर्घटना राहत ट्रेनों के मंडल रेलवे प्रबंधक सहित वरिष्ठ रेलवे अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया।
