असम में धर्मांतरण के आरोपों का खंडन करते हुए ATCCC ने दी प्रतिक्रिया

धर्मांतरण के आरोपों का खंडन
उदलगुरी, 21 जुलाई: असम ट्राइबल क्रिश्चियन कोऑर्डिनेशन कमेटी (ATCCC) ने हाल ही में एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर जनजाति धर्म संस्कृति सुरक्षा मंच (JDSSM) के समन्वयक बिनोद कुम्बांग द्वारा लगाए गए धर्मांतरण के आरोपों को सख्ती से खारिज किया।
यह बयान ATCCC के अध्यक्ष रेव डॉ. सोलोमन रोंगपी और महासचिव रेव सुशील दैमारी, साथ ही अन्य सात पदाधिकारियों द्वारा जारी किया गया। इसमें कहा गया कि कुम्बांग का बयान झूठा और आधारहीन है। बयान में यह भी कहा गया कि JDSSM के नेता ने ATCCC की छवि को धूमिल करने के लिए कई मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं।
कुम्बांग ने हाल ही में गुवाहाटी प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस मीट में आरोप लगाया था कि असम में गरीब और पिछड़े लोगों को विभिन्न झूठों, प्रलोभनों, नकली चमत्कारों, और स्वर्ग में सीधा प्रवेश का वादा करके ईसाई धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है।
ATCCC ने यह भी मांग की कि कुम्बांग उन 20 विदेशी धार्मिक संगठनों की सूची प्रकाशित करें जो कथित तौर पर मानवता की सेवा, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा आदि के नाम पर इस 'अनैतिक' धर्मांतरण में संलग्न हैं।
ATCCC ने कुम्बांग से अपील की कि भविष्य में ऐसे बिना सबूत के बयानों से बचें, जो भारतीय न्याय संहिता और IPC के तहत दंडनीय अपराध हैं।