असम पुलिस ने लाल किला विस्फोट पर विवादास्पद टिप्पणी करने वाले रिटायर्ड प्रिंसिपल को हिरासत में लिया

असम पुलिस ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट पर विवादास्पद टिप्पणी करने के आरोप में रिटायर्ड प्रिंसिपल नजरुल इस्लाम बरभुइयां को हिरासत में लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि 'चुनाव नजदीक हैं', जिससे राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। इस घटना में 10 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पुलिस अब इस टिप्पणी के पीछे के उद्देश्य की जांच कर रही है।
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असम पुलिस ने लाल किला विस्फोट पर विवादास्पद टिप्पणी करने वाले रिटायर्ड प्रिंसिपल को हिरासत में लिया

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा

असम पुलिस ने लाल किला विस्फोट पर विवादास्पद टिप्पणी करने वाले रिटायर्ड प्रिंसिपल को हिरासत में लिया


असम पुलिस ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के संदर्भ में सोशल मीडिया पर विवादास्पद टिप्पणी करने के आरोप में दुर्गापुर के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। इस व्यक्ति का नाम नजरुल इस्लाम बरभुइयां है, जो एक रिटायर्ड सरकारी स्कूल प्रिंसिपल हैं। उन्होंने इस घटना को राजनीतिक रंग देते हुए कहा कि 'चुनाव नजदीक हैं'।


सूत्रों के अनुसार, दिल्ली विस्फोट से संबंधित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में असम के कछार जिले में एक सेवानिवृत्त स्कूल प्रिंसिपल को हिरासत में लिया गया है। कछार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पार्थ प्रोतिम दास ने बताया कि पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए नजरुल इस्लाम बरभुइयां को मंगलवार (11 नवंबर) को पूछताछ के लिए बुलाया।


सोशल मीडिया पर किया था पोस्ट

सिलचर शहर के रोंगपुर क्षेत्र के निवासी को पहले सिलचर सदर पुलिस स्टेशन और फिर पूछताछ के लिए एसएसपी कार्यालय ले जाया गया। पुलिस के अनुसार, बरभुइयां, जो पहले कछार में बांसकांडी एनएमएचएस स्कूल के प्रिंसिपल रह चुके हैं, ने दिल्ली विस्फोट पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि 'चुनाव आ रहे हैं'।


जांच में जुटी पुलिस

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि टिप्पणी के पीछे के उद्देश्य की जांच की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या यह राजनीतिक प्रेरणा से थी या इसका उद्देश्य जनता में भ्रम फैलाना था। अधिकारियों ने बताया कि यह टिप्पणी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी एक घटना का राजनीतिकरण करने के लिए की गई प्रतीत होती है।


एसएसपी पार्थ प्रोतिम दास ने कहा कि नजरुल इस्लाम बरभुइयां ने दिल्ली विस्फोट की खबर पर चुनावों का हवाला देते हुए टिप्पणी की और राष्ट्रीय सुरक्षा के संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि यह जांच की जा रही है कि क्या यह टिप्पणी किसी विशेष उद्देश्य से की गई थी।


ब्लास्ट में 10 लोगों की मौत

सोमवार शाम को लाल किले के पास हुए विस्फोट में 10 लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए, जिसके बाद देशभर में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को इस घटना पर सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रियाओं की निंदा की और कहा कि कुछ लोग जश्न मनाते दिखे और कुछ ने 'खुशी' वाले इमोजी साझा किए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वे आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति जता रहे हैं और कहा कि हम ऐसी टिप्पणियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।


सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी

असम पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे विस्फोट से संबंधित प्रतिक्रियाओं और पोस्ट के लिए सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। एसएसपी ने नागरिकों से अपील की कि वे असत्यापित या राजनीतिक प्रेरित सामग्री साझा करने से बचें, जो चल रही जांच में बाधा डाल सकती है।