असम के मुख्यमंत्री ने बांग्लादेशियों को लेकर उठाए सवाल, सैयदा हमीद पर कसा तंज

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बांग्लादेशियों के भारत में रहने को लेकर सैयदा हमीद की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि असम में बांग्लादेशियों का स्वागत नहीं है और जो लोग उनकी मदद करना चाहते हैं, उन्हें अपने घर में जगह देनी चाहिए। इस विवाद ने असमिया पहचान को लेकर चिंता बढ़ा दी है। मंत्री पीयूष हजारिका ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। जानें इस विवाद के सभी पहलुओं के बारे में।
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असम के मुख्यमंत्री ने बांग्लादेशियों को लेकर उठाए सवाल, सैयदा हमीद पर कसा तंज

मुख्यमंत्री का बयान

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने बांग्लादेशियों के भारत में रहने की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने उन पर आरोप लगाया कि वे अवैध प्रवासियों को वैध ठहराने का प्रयास कर रही हैं। सरमा ने स्पष्ट किया कि असम में बांग्लादेशियों का स्वागत नहीं है और जो लोग उनकी मदद करना चाहते हैं, वे उन्हें अपने घर में जगह दे सकते हैं।


सरमा का सोशल मीडिया पर बयान

एक सोशल मीडिया पोस्ट में, सरमा ने कहा कि गांधी परिवार की करीबी सहयोगी सैयदा हमीद जैसे लोग अवैध प्रवासियों को वैधता प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे असम को पाकिस्तान का हिस्सा बनाने का सपना साकार हो सके। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के समर्थन के कारण असमिया पहचान संकट में है, लेकिन वे अपने राज्य और पहचान की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे।


सैयदा हमीद की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया

सरमा ने दोहराया कि असम में बांग्लादेशियों का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग उनसे सहानुभूति रखते हैं, उन्हें उन्हें अपने घर में जगह देनी चाहिए। यह टिप्पणी असम सिविल सोसाइटी द्वारा आयोजित एक जनसभा के एक दिन बाद आई है, जिसमें हर्ष मंदर और प्रशांत भूषण जैसे लोग शामिल थे।


मंत्री पीयूष हजारिका की प्रतिक्रिया

सैयदा हमीद की टिप्पणी पर असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि घुसपैठियों को राज्य छोड़ना होगा। उन्होंने एक वीडियो में कहा कि हमीद ने कहा था कि बांग्लादेशी भी इंसान हैं और उन्हें भारत में रहने का अधिकार है। हजारिका ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर रोती रहेगी, लेकिन असम में घुसपैठियों का कोई स्थान नहीं है।