असम के मुख्यमंत्री ने घुसपैठ पर अमित शाह के बयान का समर्थन किया
मुख्यमंत्री सरमा का बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में घुसपैठ के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जबकि असम और त्रिपुरा अवैध घुसपैठ के खिलाफ ठोस कदम उठा रहे हैं, वहीं पड़ोसी राज्य घुसपैठियों के लिए अपने दरवाजे खोल रहा है। मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया और गृह मंत्री के राष्ट्रीय ग्रिड के प्रस्ताव का स्वागत किया।
गृह मंत्री का बयान
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरमा ने कहा कि यह एक कड़वी सच्चाई है। असम और त्रिपुरा घुसपैठ के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, जबकि बंगाल घुसपैठियों के लिए दरवाजे खोल रहा है। उन्होंने कहा कि हमें पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सुबह पश्चिम बंगाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अवैध प्रवासियों की घुसपैठ को लेकर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि उन्होंने सीमा बाड़ लगाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने से इनकार किया।
घुसपैठ का राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंध
शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार बांग्लादेश के साथ सीमा पर बाड़ लगाने के लिए भूमि आवंटित नहीं कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि त्रिपुरा, असम, राजस्थान, पंजाब, कश्मीर और गुजरात की सीमाओं पर घुसपैठ क्यों रुक गई है। उनका कहना था कि यह सब पश्चिम बंगाल में जनसांख्यिकीय परिवर्तन लाने और वोट बैंक को मजबूत करने के लिए हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगला चुनाव घुसपैठ रोकने और घुसपैठियों को हटाने के मुद्दों पर लड़ा जाएगा।
ममता बनर्जी पर आरोप
उन्होंने यह भी कहा कि त्रिपुरा और असम में घुसपैठ रुक गई है, जबकि पश्चिम बंगाल में यह जारी है। शाह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी राजनीतिक लाभ के लिए घुसपैठ को बढ़ावा दे रही हैं, जिससे उनके वोट बैंक में वृद्धि हो रही है।
