असम के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता के बीच तीखी बहस
मुख्यमंत्री सरमा का विवादास्पद बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के बीच एक बार फिर से तीखी बहस छिड़ गई है। सरमा ने गोगोई पर आरोप लगाया है कि वह 100 प्रतिशत पाकिस्तानी एजेंट हैं, जिन्हें विदेशी शक्तियों द्वारा भारत में भेजा गया है। गुवाहाटी में संवाददाताओं से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि गोगोई पूरी तरह से एक पाकिस्तानी एजेंट हैं और उन्हें विदेशी ताकतों ने स्थापित किया है। सरमा ने यह भी कहा कि यदि उनके आरोप गलत साबित होते हैं, तो गोगोई उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर सकते हैं।
सरमा की जानकारी और गोगोई की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनके पास इस मामले से संबंधित पर्याप्त जानकारी है, जिसे वह उचित समय पर उजागर करेंगे। उन्होंने कहा कि जब वह इसे सार्वजनिक करेंगे, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि गोगोई वास्तव में पाकिस्तानी एजेंट हैं। सरमा ने यह भी बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर अभी तक कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है, क्योंकि ऐसा करने पर लोग इसे गायक जुबीन गर्ग की मौत से ध्यान भटकाने की कोशिश मान सकते हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, गोगोई ने कहा कि सरमा की टिप्पणियाँ इस बात का प्रमाण हैं कि वह असम के लोगों के मुख्यमंत्री के रूप में अयोग्य हैं।
राज्य में शोक का माहौल
राज्य में प्रिय गायक जुबीन गर्ग के निधन पर शोक मनाया जा रहा है। इस संवेदनशील समय में सरमा की टिप्पणियों की आलोचना करते हुए, गोगोई ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पिछले कुछ महीनों में सरमा ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। उन्होंने कहा कि जब पूरा राज्य जुबीन गर्ग को अंतिम बार परफॉर्म करते हुए देख रहा था, तब मुख्यमंत्री की टिप्पणियाँ उनके सत्ता खोने के डर को दर्शाती हैं।
