अशोक गहलोत का भाजपा पर हमला: लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने का आरोप
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह पार्टी देश में लोकतंत्र और संविधान को कमजोर कर रही है। उन्होंने मौजूदा स्थिति को अघोषित आपातकाल बताया और कहा कि नागरिक स्वतंत्रता और प्रेस की स्वतंत्रता पर खतरा मंडरा रहा है। गहलोत ने भाजपा सरकार पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया। जानें इस राजनीतिक बयान के पीछे की पूरी कहानी और गहलोत के विचार।
Jun 26, 2025, 14:43 IST
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गहलोत का भाजपा पर तीखा आरोप
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी देश में संविधान और लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। गहलोत ने यह भी कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री राजस्थान की जनता की समस्याओं को समझने में असफल हैं और लोग काफी परेशान हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारियों की सुनवाई नहीं हो रही है, यहां तक कि विधायकों की भी। पहले अधिकारी शिकायतों के डर से सतर्क रहते थे।
अघोषित आपातकाल की स्थिति
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मौजूदा हालात को अघोषित आपातकाल करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा की गतिविधियाँ पिछले 11 वर्षों में लोकतांत्रिक मूल्यों के निरंतर क्षय को दर्शाती हैं। गहलोत ने एक पोस्ट में लिखा, "यह विडंबना है कि भाजपा सरकारें 'संविधान हत्या दिवस' मना रही हैं। यह एक बेईमान व्यक्ति द्वारा ईमानदारी पर व्याख्यान देने जैसा है।" उन्होंने आरोप लगाया कि देश में नागरिक स्वतंत्रता, प्रेस की स्वतंत्रता और विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
भाजपा पर गंभीर आरोप
गहलोत ने कहा कि भारत की वर्तमान स्थिति को केवल दो शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है - 'अघोषित आपातकाल'। भले ही संविधान को निलंबित नहीं किया गया है और राष्ट्रपति ने कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन लोगों के अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने और असहमति को अपराध बनाने का आरोप लगाया।