अशुभ संकेत: जानें कैसे पहचानें और बचें

अशुभ संकेतों की पहचान
कई बार हमारे परिवार में अशुभ संकेतों का आगमन होता है, जिससे सदस्यों के जीवन में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। भारतीय संस्कृति में, हम अपने शास्त्रों पर गहरा विश्वास रखते हैं। इस लेख में, हम कुछ ऐसे संकेतों की चर्चा करेंगे जो आपके परिवार में अशुभता का संकेत दे सकते हैं, ताकि आप सतर्क रहें और इन्हें नजरअंदाज न करें।
शुभ और अशुभ संकेत
शुभ और अशुभ संकेत

सदियों के अनुभव और ज्ञान के आधार पर, कुछ बातें समाज में प्रचलित हैं जो यह दर्शाती हैं कि हमारे कार्यों में शुभता या अशुभता का संकेत कैसे मिलता है। यह जानना आवश्यक है कि कौन से संकेत शुभ कार्य की संभावना को दर्शाते हैं और कौन से संकट का संकेत देते हैं।
अशुभ संकेतों की सूची
अशुभ संकेत

- घर में टूटा हुआ शीशा नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत होता है। इसे घर में रखना या उसमें चेहरा देखना ठीक नहीं है।
- घर में मकड़ी के जाले लगने से धन का नाश होता है।
- यदि घर में चमगादड़ आ जाएं, तो उन्हें तुरंत बाहर निकालना चाहिए, अन्यथा विनाश की शुरुआत हो सकती है।
- घर की छत पर कूड़ा या कबाड़ नहीं रखना चाहिए, इससे लक्ष्मी का वास नहीं होता।
- गमले में सूखे पत्ते या पीलापन आ जाए, तो उन्हें तुरंत हटा दें, इससे धन की हानि होती है।
यदि घर में लाल चींटियों का जमाव हो गया है, तो यह राहु की महादशा का संकेत है, जिससे शुभ कार्य नहीं हो पाते।

काली बिल्लियों का आपस में लड़ना अशुभ माना जाता है। यदि काली बिल्ली रास्ता काट दे, तो उस रास्ते पर नहीं जाना चाहिए।
- बिल्ली का रोना भी अशुभ माना जाता है, यह किसी की मृत्यु का संकेत हो सकता है।

यदि चूहे घर में आ जाएं, तो यह संकट का संकेत है। काले चूहों की अधिकता से रोग या शत्रु का आक्रमण हो सकता है।