अलीगढ़ में स्कूल ध्वस्तीकरण के दौरान बच्चों की भावनाएं छू गईं

अलीगढ़ में एक स्कूल पर बुलडोजर चलाने के दौरान बच्चों की करुणा ने सभी का दिल छू लिया। जब स्कूल के बच्चे और शिक्षिका रोते हुए अधिकारियों से गुहार लगाने लगे, तो ADA ने स्कूल को ध्वस्त करने के बजाय उसे स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। यह घटना न केवल बच्चों की शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में संवेदनशीलता की आवश्यकता को भी उजागर करती है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और बच्चों की भावनाओं का असर।
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अलीगढ़ में स्कूल ध्वस्तीकरण के दौरान बच्चों की भावनाएं छू गईं

अलीगढ़ में स्कूल पर बुलडोजर की कार्रवाई

अलीगढ़ में स्कूल ध्वस्तीकरण के दौरान बच्चों की भावनाएं छू गईं


उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एक दिल दहला देने वाला दृश्य सामने आया, जब अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने एक स्कूल पर बुलडोजर चलाया। इस कार्रवाई के दौरान स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अत्यंत दुखी होकर रोने लगे।


बच्चों की करुणा देखकर शिक्षिका भी उनकी भावनाओं में शामिल हो गईं। बच्चे रोते हुए अधिकारियों से विनती कर रहे थे कि कृपया उनका स्कूल न तोड़ें। हालांकि, ADA ने कार्रवाई करते हुए स्कूल के कुछ हिस्सों को गिरा दिया। लेकिन बच्चों और शिक्षिका की स्थिति को देखकर ADA के अधिकारियों ने स्कूल को स्थानांतरित करने के लिए दो दिन का समय देने का निर्णय लिया।


बन्नादेवी थाना क्षेत्र के बरौला में इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बच्चे और शिक्षिका रोते हुए नजर आ रहे हैं।


अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने इस कार्रवाई में 10,000 वर्ग मीटर भूमि को खाली कराया है, जिसमें 80 झुग्गियों को भी ध्वस्त किया गया है।


स्कूल के बच्चों और शिक्षिका की भावनाओं को देखते हुए ADA के अधिकारियों ने स्कूल को ध्वस्त करने के बजाय उसे स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। बताया जा रहा है कि साहिबान फाउंडेशन द्वारा गरीब बच्चों के लिए यह स्कूल खोला गया था, जिसमें शिक्षिका गरिमा बच्चों को पढ़ाती हैं।