अरुणाचल प्रदेश में सहायक प्रोफेसर की गिरफ्तारी: प्लास्टिक बाल्टियों की खरीद में रिश्वत का मामला

सीबीआई की कार्रवाई
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में एक सहायक प्रोफेसर को 30 प्लास्टिक बाल्टियों की अत्यधिक कीमत पर खरीद में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, प्रत्येक बाल्टी की लागत 2,500 रुपये थी।
मामले की जानकारी
सीबीआई ने इस मामले में पासीघाट के कृषि महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर पवन कुमार गौदर और स्थानीय विक्रेता मैट्रिक्स सॉल्यूशन के मालिक आनंद कुमार द्विवेदी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
आरोपों का विवरण
सीबीआई की प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि गौदर ने द्विवेदी और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर एक आपराधिक षड्यंत्र रचा। इसका उद्देश्य कृषि महाविद्यालय को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाना और अनुबंधों में अनुकूलता प्राप्त करना था।
प्लास्टिक बाल्टियों की कीमत
इस मामले में मिल्टन ब्रांड की 30 प्लास्टिक बाल्टियों की खरीद का आरोप है, जिनकी आपूर्ति 3 जुलाई को की गई थी। कुल बिल 75,000 रुपये था, जबकि बाजार में इनकी कीमत केवल 36,000 रुपये थी, जो प्रति बाल्टी 1,200 रुपये के हिसाब से थी।
रिश्वत की मांग
सीबीआई को जानकारी मिली थी कि गौदर ने द्विवेदी से 63,000 रुपये की मांग की थी, जिसमें से 39,000 रुपये बिल का बढ़ा हुआ हिस्सा था। द्विवेदी ने 55,000 रुपये देने के लिए सहमति जताई थी।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
सीबीआई ने गौदर द्वारा विभिन्न वस्तुओं की खरीद में तरजीही व्यवहार के लिए द्विवेदी से 1.95 लाख रुपये का कथित भुगतान प्राप्त करने की जानकारी भी प्राप्त की। रिश्वत के लेनदेन की सूचना मिलने पर सीबीआई ने छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप सहायक प्रोफेसर और विक्रेता को गिरफ्तार किया गया।