अरुणाचल प्रदेश में बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव की ओर अग्रसर

मुख्यमंत्री पेमा खांडू का बयान
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बृहस्पतिवार को बताया कि राज्य संपर्क और बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का अनुभव कर रहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पहल 'पेमा 3.0- सुधार और विकास वर्ष' के तहत सड़क और पुल निर्माण में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
ग्रामीण सड़कों में वृद्धि
सोशल मीडिया पर अपनी उपलब्धियों को साझा करते हुए खांडू ने बताया कि राज्य में ग्रामीण सड़कों में 251 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 3,750 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया गया है।
यह विकास सरकार के समावेशी विकास के प्रति मजबूत दृष्टिकोण को दर्शाता है।
नए अध्याय की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "अरुणाचल प्रदेश संपर्क में एक नया अध्याय लिख रहा है। हमने अथक प्रयासों और दूरदर्शी योजनाओं के साथ राज्य के हर कोने में सड़क बुनियादी ढांचे का विस्तार किया है।"
केंद्र सरकार की वित्तीय सहायता
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने सीमांत राजमार्गों के निर्माण के लिए 55 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि मंजूर की है, जिससे राज्य के सीमांत क्षेत्रों में अंतर-जिला संपर्क, सीमा क्षेत्र विकास और पर्यटन की संभावनाओं में वृद्धि होने की उम्मीद है।
सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास
खांडू ने कहा, "सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग अब खुद को अलग-थलग नहीं महसूस करेंगे। सीमांत राजमार्ग न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेंगे, बल्कि सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए नए अवसर भी प्रदान करेंगे।"
बजटीय प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने राज्य की बजटीय प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश के बजट का 12.9 प्रतिशत हिस्सा सड़कों और पुलों के लिए आवंटित किया गया है, जो भारत में सबसे अधिक है।
सड़क निर्माण की गति
खांडू ने बताया कि हाल के वर्षों में सड़क निर्माण की गति नौ गुना बढ़ गई है, जिसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री की समग्र राज्य सड़क विकास योजना (सीएमसीएसआरडीपी) के तहत कई प्रमुख परियोजनाएं पूरी हुई हैं।
अब तक इस योजना के अंतर्गत 965.99 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं और 393.57 किलोमीटर सड़कों का कार्य पूरा हो चुका है।
पुलों का निर्माण
मुख्यमंत्री द्वारा साझा किए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उनके कार्यकाल के दौरान राज्य में दूरदराज की घाटियों को जोड़ने वाले 270 पुलों का निर्माण किया गया है।