अरुणाचल प्रदेश: भारत की विकास यात्रा का नया केंद्र

प्रधानमंत्री मोदी का बयान
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पहली बार पूर्वोत्तर भारत अब केवल एक परिधि नहीं, बल्कि भारत की विकास कहानी का धड़कता दिल बन गया है।
उन्होंने आगे कहा कि नए हवाई अड्डों से लेकर सशक्त स्वयं सहायता समूहों तक, और कनेक्टिविटी से लेकर रचनात्मकता तक, अरुणाचल प्रदेश विकसित भारत की भावना को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने X पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा लिखित एक लेख साझा किया, जो अरुणाचल प्रदेश के विकास में बढ़ती महत्वपूर्णता को उजागर करता है।
प्रधानमंत्री ने लिखा, "नए हवाई अड्डों से लेकर सशक्त SHGs, कनेक्टिविटी से लेकर रचनात्मकता तक, अरुणाचल प्रदेश विकसित भारत की भावना को दर्शाता है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया का यह लेख अवश्य पढ़ें।"
सिंधिया के अनुसार, हमारा 'अष्टलक्ष्मी' अब एक दूरस्थ सीमा नहीं, बल्कि भारत की प्रगति का एक जीवंत केंद्र बन गया है।
उन्होंने कहा, "मैंने अरुणाचल प्रदेश की ज़ीरो घाटी की अपनी प्रेरणादायक यात्रा साझा की, जहां मैंने इसकी तेज़ी से हो रही परिवर्तन को देखा और इसकी शाश्वत सांस्कृतिक धरोहर को सराहा, जो पीएम मोदी के उभरते पूर्वोत्तर के परिवर्तनकारी दृष्टिकोण के साथ मेल खाती है।"
लेख में सिंधिया ने कहा कि हर बार जब मैं पूर्वोत्तर में कदम रखता हूं, "मुझे नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है।"
उन्होंने कहा, "कई लोग इसे भारत की परिधि मानते हैं, लेकिन यह वास्तव में दिल है, जो कई रंगों, ध्वनियों और बनावटों में धड़कता है। यह अनगिनत समुदायों, संस्कृतियों और जीवनशैली का एक माला है, जो प्रकृति की शाश्वत लय में बुनती है। कोई आश्चर्य नहीं कि हमारे प्रधानमंत्री इसे अष्टलक्ष्मी कहते हैं - विविधता और अवसरों का क्षेत्र।"
ज़ीरो घाटी विश्व प्रसिद्ध ज़ीरो संगीत महोत्सव के लिए जानी जाती है, जो दुनिया के शीर्ष संगीत महोत्सवों में से एक है।
सिंधिया ने लिखा, "स्थानीय कारीगरों ने अपने शिल्प का प्रदर्शन किया, और डिजिटल इंडिया और जन धन-आधार-मोबाइल त्रिकोण के कारण, नकद रहित भुगतान आसान हो गए। 'भुगतान पूरा' की हर ध्वनि केवल एक लेनदेन नहीं थी; यह सशक्तिकरण की आवाज थी।"