अरशद मदनी के बयान पर देवेंद्र फडणवीस की कड़ी प्रतिक्रिया

अरशद मदनी के हालिया बयान ने भारत में मुसलमानों की स्थिति को लेकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमान उच्च पदों पर नहीं पहुंच सकते, जबकि विदेशों में उनकी सफलता की मिसालें हैं। इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, यह कहते हुए कि भारत में मुसलमानों को अवसर नहीं मिलने का दावा गलत है। उन्होंने एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देकर यह स्पष्ट किया कि सच्चे मुसलमानों को देशभक्ति और मेहनत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। जानें इस मुद्दे पर और क्या प्रतिक्रियाएँ आई हैं।
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अरशद मदनी के बयान पर देवेंद्र फडणवीस की कड़ी प्रतिक्रिया

अरशद मदनी का विवादास्पद बयान

हाल ही में, अरशद मदनी ने मुसलमानों की स्थिति पर एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमान उच्च पदों पर नहीं पहुंच सकते, जैसे कि वाइस चांसलर। इसके विपरीत, उन्होंने विदेशों में मुसलमानों की सफलता का उदाहरण दिया। मदनी का यह बयान देश में दो धड़ों में विभाजन का कारण बना। एक पक्ष ने उनके समर्थन में आवाज उठाई, जबकि दूसरे ने उनके दावों को गलत ठहराया।


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मदनी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह धारणा गलत है कि भारत में मुसलमानों को अवसर नहीं मिलते। फडणवीस ने एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि सच्चे मुसलमानों को देशभक्ति और मेहनत के साथ आगे बढ़ना चाहिए।


फडणवीस का समर्थन और प्रतिक्रिया

फडणवीस ने कहा कि भारत में अब्दुल कलाम जैसे राष्ट्रपति रहे हैं, जो मुसलमान समुदाय के लिए गर्व का विषय हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ऐसे व्यक्तित्वों को प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।


मदनी के बयान पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें कहा गया कि 'आतंकी बचाओ जमात' सक्रिय हो गई है। मदनी ने दिल्ली ब्लास्ट की जांच के संदर्भ में अल फलाह यूनिवर्सिटी का उदाहरण देते हुए मुसलमानों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।