अरविंद केजरीवाल ने CJI पर जूता फेंकने की घटना पर उठाए सवाल

सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस पर जूता फेंकने की घटना ने देशभर में हलचल मचा दी है। अरविंद केजरीवाल ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने न्यायपालिका की सुरक्षा और गरिमा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो न्यायपालिका की स्वतंत्रता को खतरा होगा। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और केजरीवाल के विचार।
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अरविंद केजरीवाल ने CJI पर जूता फेंकने की घटना पर उठाए सवाल

सुप्रीम कोर्ट में हमले की बढ़ती चर्चा

अरविंद केजरीवाल ने CJI पर जूता फेंकने की घटना पर उठाए सवाल

अरविंद केजरीवाल


सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस पर हुए हमले की घटना ने देशभर में चर्चा का विषय बना लिया है। इस हमले की कड़ी निंदा की जा रही है। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जस्टिस गवई ने इस मामले को नजरअंदाज करते हुए उस व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जिसने उन पर जूता फेंकने की कोशिश की। केजरीवाल ने इसे जस्टिस गवई की महानता बताया।


उन्होंने कहा कि इस घटना ने न्यायपालिका को एक गंभीर संदेश दिया है। केजरीवाल ने सवाल उठाया कि यदि चीफ जस्टिस पर जूता फेंकने वाला व्यक्ति बच सकता है, तो क्या अन्य जज सुरक्षित हैं?


यहां देखें पोस्ट:



कोर्ट को कार्रवाई करनी चाहिए


केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि जिस तरह से चीफ जस्टिस गवई का मजाक उड़ाया जा रहा है और उन्हें धमकाया जा रहा है, यह पूरी घटना कोर्ट को डराने की एक सुनियोजित कोशिश लगती है। उन्होंने कहा कि कोर्ट को इन गुंडों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो न्यायपालिका की स्वतंत्रता और गरिमा दोनों को खतरा होगा।


उन्होंने यह भी कहा कि जूता फेंकने वाले व्यक्ति और उन्हें धमकाने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी न्यायपालिका के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर सके।


आप नेताओं का समर्थन


आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने केजरीवाल की बातों का समर्थन किया और जूता फेंकने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मनीष सिसोदिया ने भी केजरीवाल के ट्वीट को साझा करते हुए कहा कि यदि ऐसे हमलावर बच जाते हैं, तो भविष्य में कोई भी जज सुरक्षित नहीं रहेगा। ऐसे हमलों के खिलाफ कठोर सजा आवश्यक है, अन्यथा न्यायपालिका की गरिमा को खतरा होगा।


यह घटना तब हुई जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील राकेश किशोर ने चीफ जस्टिस पर जूता फेंकने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस ने उसे तुरंत रोक लिया। चीफ जस्टिस ने इस घटना को नजरअंदाज करते हुए कोर्ट में शांति बनाए रखने की अपील की और जूता फेंकने वाले व्यक्ति को माफ कर दिया।