अरविंद केजरीवाल का अमित शाह पर हमला: भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल उठाए

आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर 130वें संविधान संशोधन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर कैसे रखा जा सकता है। केजरीवाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जेल में रहते हुए भी उनकी सरकार ने दिल्ली में सेवाएं जारी रखीं। इस बीच, केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए संविधान संशोधन बिल का विपक्ष ने विरोध किया है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
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अरविंद केजरीवाल का अमित शाह पर हमला: भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल उठाए

केजरीवाल का बयान

आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर 130वें संविधान संशोधन को लेकर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों वाले लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करता है और उन्हें महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त करता है, तो उसे कितनी सजा मिलनी चाहिए।


सोशल मीडिया पर सवाल

केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में यह भी पूछा कि यदि किसी मंत्री पर झूठे आरोप लगाकर उसे जेल भेजा जाता है और बाद में वह निर्दोष साबित होता है, तो उस मंत्री को कितनी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब उन्हें झूठे आरोपों के तहत जेल भेजा गया था, तब उन्होंने 160 दिनों तक सरकार का संचालन किया।


जेल वाली सरकार की उपलब्धियां

उन्होंने यह भी कहा कि जेल में रहते हुए उनकी सरकार ने बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं में कोई कमी नहीं आने दी। अस्पतालों और मोहल्ला क्लिनिकों में मुफ्त दवाइयां और परीक्षण उपलब्ध थे।


अमित शाह का पोस्ट

केजरीवाल का यह बयान अमित शाह के ऑफिस द्वारा किए गए एक पोस्ट के जवाब में आया है। उस पोस्ट में कहा गया था कि यदि कोई व्यक्ति पांच साल से अधिक की सजा वाले मामले में जेल जाता है और उसे 30 दिनों में जमानत मिलती है, तो उसे अपने पद से इस्तीफा देना होगा।


130वें संविधान संशोधन का बिल

केंद्र सरकार ने संसद के मॉनसून सत्र के अंत में 130वें संविधान संशोधन के लिए एक बिल पेश किया था, जिसका विपक्ष ने विरोध किया। विपक्ष का कहना है कि यह बिल राज्य की विपक्षी सरकारों को परेशान करने के लिए लाया गया है। इस बिल को अब जेपीसी के पास भेजा जाएगा, जहां इस पर चर्चा होगी।