अयोध्या में भगवान राम का स्वागत: ऐतिहासिक आयोजन की तैयारी

भगवान राम का आगमन
अयोध्या, भगवान राम की पवित्र नगरी, एक बार फिर से भव्य सजावट के साथ तैयार है। सरयू नदी से लेकर राम मंदिर तक का क्षेत्र उत्सव के रंग में रंगा हुआ है। रामलला पहले से ही अयोध्या में विराजमान हैं, और अब मर्यादा पुरुषोत्तम राम भी यहां आने वाले हैं। पूरी अयोध्या उनके स्वागत के लिए तत्पर है.
विशेष मुहूर्त और प्राण प्रतिष्ठा
मर्यादा पुरुषोत्तम राम के आगमन के लिए अयोध्या में विशेष तैयारियां की गई हैं। 5 जून को 11:25 से 11:40 बजे तक लगभग 15 मिनट का मुहूर्त निर्धारित किया गया है, जब राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस अवसर पर अयोध्या के राम मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रों के साथ प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा.
विद्वानों की भागीदारी
इस विशेष कार्यक्रम में मंत्रोच्चार के लिए अयोध्या और काशी से 101 विद्वानों और आचार्यों को आमंत्रित किया गया है, जो विधिपूर्वक प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न करेंगे। इस ऐतिहासिक पल का देशभर में बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे.
संतों का दृष्टिकोण
अयोध्या के संतों और महंतों का मानना है कि यह आयोजन ऐतिहासिक महत्व का होगा। संत समुदाय ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के निर्माण और अयोध्या के विकास के माध्यम से इस नगरी का खोया हुआ गौरव पुनः स्थापित किया है। पिछले आठ वर्षों में अयोध्या में 32 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं शहर को वैश्विक पहचान दिलाने में सहायक रही हैं.
विकास की दिशा में कदम
सड़क, रेल, हवाई अड्डा, सौंदर्यीकरण और पर्यटन से जुड़ी परियोजनाओं ने अयोध्या को विश्व मानचित्र पर एक नई पहचान दी है। रामकथा पार्क, सरयू तट का सौंदर्यीकरण और आधुनिक सुविधाओं से युक्त मंदिर परिसर इसके उदाहरण हैं। सरयू त्रयोदशी जन्मोत्सव के अवसर पर नदी तट पर विशेष आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. प्रशासन ने इस भव्य आयोजन के लिए सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं, और देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने के लिए अयोध्या पहुंचने लगे हैं.