अमेरिका में भारतीय H-1B वीजा धारकों के लिए बढ़ी चुनौतियाँ

अमेरिका में भारतीयों की स्थिति
अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप के पुनः चुनाव के बाद, वहां रहने वाले विदेशी नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वीजा नियमों में सख्ती के साथ-साथ, भारतीय नागरिकों को डिपोर्टेशन का नोटिस भी जारी किया गया है, जिसमें उन्हें जल्द से जल्द अमेरिका छोड़ने के लिए कहा गया है, जबकि उनके पास नियमों के अनुसार 60 दिनों का समय था।
H-1B वीजा धारकों की चिंताएँ
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कार्यरत H-1B वीजा धारकों की स्थिति चिंताजनक है। एक अध्ययन में पाया गया है कि हर छह में से एक H-1B वीजा धारक या उनके परिचित को नौकरी छूटने के बाद 60 दिन की मोहलत खत्म होने से पहले ही निर्वासन नोटिस प्राप्त हुआ है। ऐसे में लोगों का कहना है कि उनके पास भारत लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
नौकरी खोजने का समय
आमतौर पर, H-1B वीजा धारकों को नौकरी छूटने के बाद नया काम खोजने या वीजा स्थिति बदलने के लिए 60 दिनों की छूट दी जाती है। लेकिन हाल के वर्षों में, कई मामलों में यह अवधि समाप्त होने से पहले ही नोटिस जारी किए गए हैं। कई बार तो यह नोटिस केवल दो हफ्तों में ही भेज दिए गए।
भारतीयों की नौकरी की स्थिति
अमेरिका में H-1B वीजा पर काम कर रहे भारतीयों में से 45 प्रतिशत की नौकरी चली गई है। इस कारण से, कई लोग भारत लौटने का विचार कर रहे हैं। एक सर्वेक्षण में यह भी सामने आया है कि 26 प्रतिशत लोग नौकरी के कारण दूसरे देशों में स्थानांतरित हो गए हैं।
अमेरिका में रहने की इच्छा
कई लोग अमेरिका में फिर से काम करने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि वे अब अमेरिका में काम नहीं करना चाहेंगे। उनका मानना है कि अमेरिका छोड़ने से उनकी आय में कमी आएगी, जिससे उनका सामाजिक जीवन भी प्रभावित होगा। यही कारण है कि लोग अमेरिका में रहकर अच्छी नौकरी और जीवनशैली जीने की चाह रखते हैं।