अमेरिका में जीभ पर बाल उगने का अनोखा मामला

अमेरिका के ओहायो में एक 64 वर्षीय व्यक्ति की जीभ पर बाल उगने का अनोखा मामला सामने आया है। यह स्थिति तंबाकू, सिगरेट और एंटीबायोटिक्स के दुष्प्रभावों के कारण उत्पन्न हुई। जानें इस अजीब बीमारी के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में। डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक उसकी समस्या का समाधान किया है।
 | 
अमेरिका में जीभ पर बाल उगने का अनोखा मामला

जीभ पर बाल उगने की अजीब बीमारी

Hair grew on the tongue, the person’s tongue turned green… Oh God! What kind of disease is this?


शरीर के विभिन्न हिस्सों पर बाल होना सामान्य है, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी की जीभ पर बाल उग आए हैं? यह अजीब मामला अमेरिका के ओहायो से सामने आया है, जहां एक 64 वर्षीय व्यक्ति की जीभ हरी हो गई और उस पर बाल उग आए। इस स्थिति ने उसे काफी परेशान कर दिया।


यह बीमारी तंबाकू, सिगरेट और एंटीबायोटिक्स के दुष्प्रभावों के कारण बताई जा रही है। जब उसने अपनी जीभ का रंग बदलते देखा, तो उसने इलाज करवाने का निर्णय लिया। हाल ही में, उसे मसूड़ों के संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक क्लिंडामाइसिन का एक कोर्स दिया गया था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या केवल धूम्रपान या एंटीबायोटिक का संयोजन इसके लिए जिम्मेदार था। पहले के शोध से पता चला है कि धूम्रपान मौखिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।


डॉक्टरों के अनुसार, उसकी जीभ की त्वचा कोशिकाओं में असामान्य कोटिंग हो गई थी, जिससे यह छोटे शंक्वाकार उभारों की तरह दिखने लगी। यह स्थिति दवा के रिएक्शन के कारण उत्पन्न हुई। जब पैपिला पर मृत त्वचा कोशिकाएं जमा हो जाती हैं, तो जीभ पर बाल उगने लगते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ ओरल मेडिसिन के अनुसार, लगभग 13 प्रतिशत अमेरिकी इस समस्या से प्रभावित होते हैं।


डॉक्टरों ने इस व्यक्ति की जीभ की समस्या का सफलतापूर्वक इलाज किया है। जीभ पर बाल गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। एंटीबायोटिक के प्रभाव से जीभ का रंग भूरा, सफेद, हरा या गुलाबी हो सकता है। साफ-सफाई की कमी से यह समस्या अधिकतर होती है, खासकर 40 वर्ष से अधिक उम्र के धूम्रपान करने वालों में।


यदि किसी को जीभ का रंग बदलने और उस पर बाल उगने की समस्या हो, तो डॉक्टरों ने इस व्यक्ति को रोजाना चार बार टूथब्रश से धीरे-धीरे साफ करने की सलाह दी। इसके साथ ही, सिगरेट से परहेज करने की भी सलाह दी गई। लगभग 6 महीने बाद, उसके मुंह की स्थिति में काफी सुधार हुआ।